आगरा। उत्तर प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा ने आंदोलन छेड़ रखा है। इसी क्रम में गुरुवार को महिला मोर्चा सुबह चूडि़यां लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंची। एसएसपी के न मिलने पर दूसरे पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों को निशाना बना चूडि़यां बरसाना शुरू कर दिया। चूडि़यों के टुकडे़ उनके चेहरों पर लगे। मौके पर महिला पुलिस को बुला लिया गया। बमुश्किल हंगामा शांत हो सका।

भाजपा का हल्ला बोल

प्रदेश के साथ सिटी की कानून व्यवस्था का हाल बिगड़ा हुआ है। जिसके चलते भाजपा पुलिस पर हल्ला बोल अंादोलन चला रही है। मंगलवार को थानों पर एसएसपी के खिलाफ प्रदर्शन करने के बाद गुरुवार को भाजपा की महिला नेत्रियों ने प्रदर्शन किया। प्रदेश मंत्री बेबीरानी मौर्य, ब्रजक्षेत्र उपाध्यक्ष कुंदनिका शर्मा, केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया की पत्नी मृदुला कठेरिया, महिला मोर्चा की महानगर अध्यक्ष संध्या जोशी के साथ सैकड़ों महिलाएं दोपहर 11.30 बजे कलेक्ट्रेट के गेट पर पहुंच गई। वहां पंद्रह मिनट तक प्रदर्शन किया।

एमजी रोड हुआ जाम

भाजपा नेत्रियों के प्रदर्शन से एमजी रोड जाम हो गया। इसके बाद ढोल-नगाड़ों के साथ सभी महिलाएं सिर पर चूडि़यों के बंडल रखकर एसएसपी कार्यालय पहुंच गई। कार्यालय में एसएसपी नहीं थे। कार्यालय पर तैनात पुलिस वालों ने शटर बंद कर लिया।

अधिकारियों के चेहरे से बहा खून

महिला नेत्रियों ने अंदर घुसने की कोशिश की, रोकने पर वह आक्रामक हो गई और बंद शटर से चूडि़यां फेंककर मारना शुरू कर दिया। अफसरों पर सीधे चूडि़यों के गुच्छे टूटकर गिरने लगे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने महिला सिपाहियों से जमकर खींचतान और हाथापाई की। चूडि़यां टूटीं तो इनके टुकड़े एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह, एसपी ग्रामीण बबिता साहू, सीओ मनीषा सिंह, इंस्पेक्टर महिला थाना तेजेश्वरी सिंह के लगे। वह हाथों से रुकने को अनुरोध करते रहे लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाएं नहीं मानीं। इस दौरान कई बड़े गुच्छे एसपी सिटी और एसपी ग्रामीण के मुंह पर लगे। इससे खून बहने लगा।

पुलिस खड़ी रही शांत

शायद पुलिस को भय था कैमरों का, जिसके चलते अधिकारी महिला नेत्रियों के खिलाफ बल प्रयोग करने से बचे। चूडि़यों के कांचों से कांस्टेबल प्रीति गौतम, मंजू यादव, पूजा, किरन, स्नेहलता, नीलम और संगीता राठौर चोटिल हो गई।

Posted By: Inextlive