AGRA: आईईटी खंदारी के स्टूडेंट्स का गुस्सा फ्राइडे को भी भड़का. सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स आईईटी खंदारी से पैदल यात्रा कर ही यूनिवर्सिटी कैंपस की और निकल पड़े. कैंपस में सबसे पहले वे रजिस्ट्रार ऑफिस गए. उनके न मिलने पर वीसी ऑफिस पहुंचे. मगर वीसी के नहीं होने की वजह से स्टूडेंट्स भड़क गए. बता दें कि फ्राइडे को आईईटी खंदारी के स्टूडेंट्स के मामले के फैसले का दिन था. इस बात से नजारा स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी कैंपस में स्थिति पानी की टंकी पर चढ़ गए.


ऑडिनेंस पर है विवाद करीब चार महीने पहले आईईटी खंदारी के स्टूडेंट्स ने स्पेशल एग्जाम, रिजल्ट और मार्कशीट्स के टाइम पर मिलने के लिए आंदोलन किया था। बात ज्यादा बढऩे पर डायरेक्टर सुषमा लहरी और वीसी प्रो। डीएन जौहर ने सभी मांगों को मानते हुए उसको ऑडिनेंस नाम दिया। उसको लागू करने का भी आदेश दे दिया। लेकिन, चार महीने बाद भी न तो मार्कशीट्स मिली और न ही स्पेशल एग्जाम हुआ। यहीं नहीं, जो छह और सात सेमेस्टर का रिजल्ट आया, उसमें भी एक पेपर में करीब 60 परसेंट स्टूडेंट्स फेल हो गए.  इन पेपर की री-चेकिंग की मांग सहित अन्य मांगों के लिए सभी स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी स्थिति पानी की टंकी पर चढ़ गए। बंद कराया खंदारी कैंपस


स्टूडेंट्स ने फ्राइडे को भी अपना विरोध प्रदर्शन खंदारी कैंपस से शुरू किया। यहां पर इन लोगों ने कैंपस में चल रही क्लासेज को बंद करा दिया। जो क्लास चालू थीं उनमें जाकर स्टूडेंट्स से साथ देने की बात भी कही।पैदल पहुंचे यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स गुस्से में पैदल आईईटी खंदारी से यूनिवर्सिटी तक आ गए। जब यहां पर यूनिवर्सिटी के अधिकारी नहीं मिले तो स्टूडेंट्स नाराज हो कर पानी की टंकी पर चढ़ गए। हो सकता था हादसा

यूनिवर्सिटी की पानी की टंकी काफी पुरानी है और जर्जर हालत में है। अगर कोई स्टूडेंट्स वहां गिर जाता या टूट-फूट का हादसा हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होती। जब भी स्टूडेंट्स को अपनी मांगे मनवानी होती हैं ये स्टूडेंट्स इस पानी की टंकी पर चढ़ जाते हैं.  ये हैं स्टूडेंट्स की मांगें - एक से लेकर सात सेमेस्टर तक के स्टूडेंट्स स्पेशल एग्जाम किया जाए। - जिन जनरल स्टूडेंट्स को एससी स्टूडेंट्स के साथ डाल दिया गया उनको स्कॉलरशिप मिलनी चाहिए। - 2,3,4 और 5 सेमेस्टर की अधिकांश स्टूडेंट्स की मार्कशीट्स नहीं मिली हैं उनको टाइम से मार्कशीट्स मिलनी चाहिए।  प्रशासन ने समझाया जब स्टूडेंट्स तीन घंटे तक टंकी चढ़ रहे तो हरीपर्वत सीओ सिद्धार्थ वर्मा ने यूनिवर्सिटी के ऑफिसर्स से बात की। फिर थोड़ी देर में एडीएम सिटी अरुण प्रकाश ने आकर स्टूडेंट्स से बात की और उनको पानी की टंकी से नीचे उतरवाया। उसके बाद यूनिवर्सिटी डिप्टी रजिस्ट्रार बालाजी यादव से स्टूडेंट्स की बात कराई। मंडे को होगा फैसला

डिप्टी रजिस्ट्रार बालाजी यादव ने स्टूडेंट्स की सभी मांगों पर मंडे को डिसीजन होने की बात कही। साथ ही इस बात की उम्मीद जताई कि सभी मांगे मान ली जाएंगी। अगर मंडे को बात नहीं मानी गई तो आईईटी खंदारी के कुछ स्टूडेंट्स और वीसी के बीच बात कराई जाएगी.  ये चढ़े टंकी पर आईईटी खंदारी के सोनू तोमर, ज्ञानेंद्र यादव, लखन और सानू चौधरी अपनी मांगों को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े।वर्जन मंडे को वीसी और स्टूडेंट्स की जो बात होगी। उस टाइम पर एडीएम सिटी और सीओ सिद्धार्थ वर्मा भी मौजूद रहेंगे। उम्मीद है कि स्टूडेंट्स की जो मांगे हैं उनको मान लिया जाएगा। बाला जी यादव, डिप्टी रजिस्ट्रार

Posted By: Inextlive