Agra: विशाल ढाबे पर टाइम बम से शहर को दहलाने की साजिश का नाकाम हो चुकी है. नेशनल हाइवे स्थित जय हॉस्पिटल में हुए ब्लास्ट की सिहरन अभी तक इस शहर में महसूस की जा सकती है. वल्र्डफेम ताज सिटी को दहलाने के मकसद को अंजाम देने की साजिश के तहत एक बार फिर दहशतगर्दों ने एक साजिश रची है. इस बार इस शहर को दहलाने के लिए उन्होंने ढाबा या फिर हॉस्पिटल नहीं सावन के मेले को चुना है.


दहलाना ही है मकसद


दिल्ली, मुंबई, गुजरात, हैदराबाद जैसे शहरों के बाद आतंकी अपनी साजिशों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए नए ठिकानों की तलाश करते आ रहे हैं। लखनऊ, वाराणसी जैसे शहरों के अलावा आगरा भी उनके आतंकी निशाने पर है। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि खुफिया एजेंसीज को ताजमहल के शहर और आसपास के इलाकों में आईएसआई एजेंट और आतंकियों के स्लीपिंग मॉड्यूल्स की जानकारी मिलती रही है। इस नेटवर्क के जरिए बकायदा आगरा को दहलाने की तमाम कोशिशें भी अंजाम दी जा चुकी हैं। कुछ साल पहले रोडवेज बस में ब्लास्ट में लश्कर-ए-तैयबा के नेटवर्क का खुलासा भी हुआ था। नेशनल हाइवे स्थित जय हॉस्पिटल में भी ब्लास्ट हो चुका है। हालांकि जांच एजेंसी इसे आतंकी घटना मानने से इंकार करती आ रही है। लेकिन, इसके तीन महीने के अंदर ही टेढ़ी बगिया स्थित एक ढाबे पर टाइम बम मिला तो सभी की नींद उड़ गई।भेजा लेटर और पहुंचे कमांडो

इंटेलीजेंस एजेंसीज के मुताबिक सावन के मेले में आतंकी वारदात अंजाम दी जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक आगरा में सावन के मेले पर परिक्रमा या फिर मंदिर में आतंकी वारदात अंजाम देने की सूचना है। इसी को देखते हुए सुरक्षा एजेंसीज ने बकायदा लेटर लिखकर पुलिस और एटीएस को अलर्ट रहने की हिदायत दी है। इस इंफार्मेशन के बाद एटीएस के 30 कमांडो की टीम ने भी संडे इवनिंग आगरा में डेरा जमा लिया। सूत्रों के मुताबिक दहशतगर्दों की प्लानिंग को देखते हुए सावन पर लगने वाला सोरो के मेले में भी सतर्कता बरती जा रही है। एटीएस के कमांडो और सुरक्षा एजेंसी वहां के लिए भी अलर्ट है। पुलिस भी है अलर्टसावन के पहले सोमवार को लगने वाले राजेश्वर मेले के लिए सिटी में पुलिस ने पुख्ता इंतजामात किए हैं। लखनऊ से भेजे गए अलर्ट के इस लेटर के बाद सिटी में रैकी की भी प्लानिंग तैयार की जा चुकी है। एटीएस कमांडो के साथ लोकल पुलिस और एलआईयू को भी अलर्ट कर दिया गया है। सिटी में पहुंचे कमांडो आतंकियों व आतंकी गतिविधियों से निपटने की आर्मी से ट्रेनिंग लिए हुए हैं। वर्जन  मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन ये सच है कि रैकी के लिए एटीएस टीम आगरा में आती रहती है.  मुहम्मद जावेद अख्तर, आइजी - एडीजी

Posted By: Inextlive