आगरा में शुक्रवार को मासूम समेत 3 की 'मौत की मिस्ट्रीÓ ने हर किसी का दिल दहला दिया. सुबह बंशी विहार स्थित ऑफिस पहुंचने पर कर्मचारी को पति का शव ऑफिस में फंदे पर लटका मिला. वहीं दूसरी ओर पत्नी का शव जमीन पर पड़ा मिला. अभी जानकारी के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची ही थी कि कारोबारी के मारुति एस्टेट स्थित घर से मां का फोन कर्मचारी के नंबर पर आ गया और उन्होंने बताया कि छोटी बेटी का शरीर और होंठ नीले पड़े हैं वो कुछ बोल नहीं रही है. आनन-फानन में पुलिस ने कारोबारी के घर की ओर दौड़ लगा दी. वहां छोटी बेटी को मृत पाया. परिवार में अब कारोबारी की बड़ी बेटी और मां ही बचे थे. मासूम समेत पति-पत्नी की मौत मिस्ट्री बन गई जिसे सुलझाने में पुलिस दिनभर जूझती रही. बड़ी बेटी की जुबान से घटनाक्रम की जानकारी के बाद पुलिस काफी हद तक इस नतीजे पर पहुंची है कि पति-पत्नी ने सुसाइड की है जबकि सुसाइड से पहले पिता ने ही बेटी को जहर देकर और गला दबाकर मार दिया. किंतु परिजन और रिश्तेदार यह मानने के लिए तैयार नहीं हैं. उनका कहना है कि यह आत्महत्या नहीं हो सकती. मौके पर मिले सुसाइड नोट से भी पुलिस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश कर रही है.

आगरा( ब्यूरो)I सिकंदरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बंशी बिहार में योगेश मिश्रा पुत्र सुनहरीलाल मिश्रा का ऑफिस है। योगेश मूल रूप से जनपद एटा के बागवाला के गांव जमुनापुर का रहने वाला है। योगेश का इन्वर्टर और बैटरी का कारोबार पश्चिमपुरी में ही है जबकि घर मारुति एस्टेट में है। वे अपनी मां सरोज मिश्रा, पत्नी प्रतीची मिश्रा, 11 वर्षीय बेटी आव्या और 5 वर्षीय बेटी काव्या के साथ रहते थे। बंशी बिहार में बने मकान की पहली मंजिल पर योगेश ने अपना ऑफिस बना रखा था, जबकि ग्राउंड फ्लोर पर ताला लगा है। शुक्रवार सुबह 6:57 बजे खंदारी निवासी कर्मचारी मनोज के वाट़््सएप पर योगेश ने मैसेज किया था। कहा था कि ऑफिस से समय से आ जाना। योगेश सुबह 9:55 बजे ऑफिस में पहुंचा। ऑफिस के दरवाजे खुले थे। मंदिर में दीपक जल रहा था और एक लाइट भी जल रही थी। उसने ऑफिस की अन्य लाइट जलाईं। उसने ऑफिस में अंदर की ओर देखा तो योगेश फंदे से पर लटके हुए थे। इससे सटे हुए दूसरे चैंबर में फर्श पर प्रतीची का शव पड़ा था। उनकी नाक से खून निकला हुआ था।

घर पर मिला बेटी का शव
कर्मचारी मनोज कारोबारी और उसकी पत्नी को इस हालत में देखकर घबरा गया। बाहर निकलकर उसने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस मौके पर छानबीन कर रही थी। इसी बीच मनोज के मोबाइल पर योगेश की मां सरोज की कॉल आई। उन्होंने बताया कि योगेश के मोबाइल पर कॉल नहीं जा रही है। छोटी बेटी काव्या के होंठ और नाखून नीले पड़ गए हैं। वह बोल नहीं रही है। सांस नहीं चल रही है। मनोज ने यह जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने स्थिति को भांपते हुए आनन-फानन में दोनों बेटियों को हॉस्पिटल ले जाने को कहा। डॉक्टरों ने काव्या को मृत घोषित कर दिया। बड़ी बेटी आद्या ठीक थी। वह दादी के पास घर लौट आई।

चर्चा में रहा सुसाइड नोट
एसएसपी सुधीर कुमार ङ्क्षसह, एसपी सिटी विकास कुमार फोर्स के साथ बंशी विहार पहुंचे। छानबीन के दौरान ऑफिस में एक फाइल मिली। जिसके ऊपर कंप्यूटर से कागज चिपका था। उस पर लिखा था कि 'सुसाइड नोट हेयर इनसाइड.Ó नीचे योगेश मिश्रा और प्रतीची मिश्रा के नाम लिखे थे और साइन थे। हाथ से लिखे 2 पेज के सुसाइड नोट में पति-पत्नी की ओर से स्वीकार किया गया था कि वे अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रहे हैं। इसके लिए खुद को जिम्मेदार बताते हुए किसी पर कोई वैधानिक कार्रवाई करने से इनकार किया है। हालांकि दूसरे पेज पर प्रतीची की ओर से अपने मायके पक्ष पर दुव्र्यवहार का आरोप अवश्य लगाया गया किंतु किसी के खिलाफ कार्रवाई न करने का जिक्र यहां भी दोहराया गया। हालांकि सुसाइड नोड की विस्तृत और गहन के लिए फोरेंसिक टीम ने उसे अपने कब्जे में ले लिया है। किंतु प्रथम दृष्टया पुलिस का कहना है कि नोट एक ही व्यक्ति द्वारा लिखा गया है। राइटिंग का मिलान किया गया तो यह योगेश मिश्रा की प्रतीत हो रही है।

ससुराल पक्ष से आहत थे योगेश
योगेश की ससुराल मेें विवाद चल रहा है, जिसका जिक्र पुलिस को मौके से मिले सुसाइट नोट में है। योगेश और उसकी पत्नी ने सुसाइड नोट में खंदारी स्थित दीपनगर में रहने वाले ससुर एनपी दुबे को न्याय दिलाने की बात कही गई है। सास विमला दुबे के देहांत के बाद वह अकेले हैं। पुत्र कृषि दुबे और पुत्रवधू मनीषा दुबे खराब व्यवहार करते हैं। इस मामले उनके द्वारा प्रतीची से गलद शब्दों का प्रयोग किया गया और घर से भगा दिया गया। इस पर प्रतीची ने पुलिस कंट्रोल रूम पर इसकी सूचना दी।

Posted By: Inextlive