-कई युवाओं को स्नातक चुनाव के बारे में नहीं है जानकारी

-34 परसेंट युवाओं ने ही किया पार्टिसिपेट

28213 वोटर्स हैं खंड स्नातक सीट के लिए आगरा में

9639 वोटर्स ने ही वोट किया खंड स्नातक सीट के लिए आगरा में

10 लाख ग्रेजुएट एक अनुमान के मुताबिक आगरा में

आगरा। जिले में मंगलवार को एमएलसी चुनावों के लिए वोट डाले गए। बूथों पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता वोट डलवाने के लिए इधर से उधर दौड़ लगाते रहे। लेकिन इन चुनावों में सबसे ज्यादा निराश करने वाली बात यह रही कि युवा देश का यूथ इन चुनावों से दूर रहा। खंड स्नातक की सीट पर मात्र 28.47 परसेंट मतदान हुआ। जानकारों की मानें तो युवाओं के बीच एमएलसी चुनावों की जानकारी की कमी होना उनका चुनाव से दूर रहने का एक बड़ा कारण रहा।

युवाओं में है कम जानकारी

खंड स्नातक चुनावों की युवाओं के बीच जानकारी का अभाव है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने एमएलसी खंड स्नातक चुनावों के बारे में युवाओं के बीच एक सर्वे किया। इसमें 60 परसेंट ग्रेजुएट युवाओं ने एमएलसी खंड स्नातक चुनावों के बारे में जानकारी होने से मना कर दिया। केवल 20 परसेंट युवाओं को ही इस बारे में जानकारी थी। जबकि 20 परसेंट युवाओं को इस बारे में जानकारी थी, लेकिन उनका वोट नहीं था। इस कारण उन्होंने इस चुनाव में प्रतिभाग नहीं किया।

ये रहा सर्वे का रिजल्ट

जानकारी है 20 परसेंट

जानकारी है लेकिन वोट नहीं 20 परसेंट

जानकारी नहीं है 60 परसेंट

केवल 96 सौ ने किया वोट

एमएलसी की खंड स्नातक सीट के लिए आगरा में 28213 वोटर्स हैं। इसमे से केवल 9639 वोटर्स ने वोट किया। सुबह से ही मतदान की प्रक्रिया धीमी रही। दोपहर 12 बजे तक 3076 वोट ही पड़े। दोपहर 2 बजे तक ये संख्या 5599 हो गई। शाम 4 बजे तक वोट डालने वालों की संख्या 8035 पहुंच गई। शाम होते-होते ये संख्या 9639 पर जाकर पहुंची। जानकारों की मानें तो स्नातकं खंड सीट के लिए इतनी कम वोटिंग युवाओं में इन चुनावों के प्रति कम रुचि होने और जानकारी का अभाव न होने के चलते हुई है। भारतीय जनता पार्टी के हेमेंद्र ने बताया कि स्नातक खंड के चुनावों में अब तक इंडिविजुअल प्रत्याशी ही चुनाव लड़ते आए हैं। इस कारण इन चुनावों का कम प्रचार-प्रसार हुआ है। लेकिन आने वाले समय में युवाओं के बीच इन चुनावों के प्रति जानकारी बढ़ेगी और युवा भी इन चुनावों में बढ़चढ़कर पाíटसिपेट करेंगे।

दो लाख ग्रेजुएट, 28 हजार वोटर

आगरा में जिले में लगभग दस लाख ग्रेजुएट हैं लेकिन इसमें से केवल 28213 लोग ही खंड स्नातक में वोटर बन सके। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवíसटी के स्कूल ऑफ लाइफ साइंस प्रोफेसर डॉ। मुकेश शर्मा बताते हैं कि यूनिवíसटी से ही हर साल लगभग ढाई लाख स्टूडेंट्स हर साल ग्रेजुएट होते हैं। इस प्रकार से शहर में कम से कम दस लाख से अधिक लोग ग्रेजुएट होंगे। उन्होंने बताया कि खंड स्नातक चुनावों में वोटर्स की संख्या इतना कम होना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोगों तक इन चुनावों के बारे में जानकारी नहीं पहुंच पाती है और कम प्रचार-प्रसार के चलते इसमें युवाओं का पाíटसिपेशन कम हो पाता है।

ग्रेजुएट युवा बन सकते हैं वोटर्स

खंड स्नातक चुनावों में ऐसे ग्रेजुएट वोटर्स बन सकते हैं, जिन्हें ग्रेजुएशन कंप्लीट किए हुए तीन साल हो गए हों। ऐसे युवा इन चुनावों के लिए खुद को रजिस्टर कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने एजुकेशनल दस्तावेजों के साथ पहचान पत्र मतदाता पुनिरीक्षण सूची में अपडेट कराने होते हैं। इसके बाद ही आपका मतदाता सूची नाम जुड़ जाता है और आप वोट कर सकते हैं।

Posted By: Inextlive