Allahabad : टेस्ट में अच्छे माक्र्स लाकर एडमिशन तो ले लिया लेकिन अब रहने का इंतजाम कहां किया जाए? इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के बीकॉम कोर्स में एडमिशन लेने वाले शुभम के फादर की कुछ ऐसी ही टेंशन है. एक शुभम के फादर ही नहीं बल्कि अन्य दूसरे गार्जियंस की भी कुछ ऐसी ही स्थिति है. एक अनार सौ बीमार की सिचुएशन में पैरेंट्स की ये टेंशन वाजिब भी है.

ज्यादातर को डेलीगेसी का सहारा

न्यू सेशन में एयू व कांस्टीट्यूएंट कॉलेजेज में कुल 25784 स्टूडेंट्स का दाखिला होना है। इनमें ज्यादातर स्टूडेंट्स को रहने के लिए डेलीगेसी में ही रूम की तलाश करनी होगी। क्योंकि, एयू को छोड़कर ज्यादातर कॉलेजों में हॉस्टल या तो हैं ही नहीं और कुछ एक कॉलेज में हैं भी तो उनकी सिचुएशन इतनी खराब है कि स्टूडेंट वहां पल भर भी रहना पसंद नहीं करेंगे।

3% को मिलेगा hostel

केवल एयू व उसके कॉलेज में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की बात करें तो केवल तीन प्रतिशत स्टूडेंट्स को हॉस्टल नसीब होगा। एयू में यूजी व पीजी मिलाकर कुल 8950 स्टूडेंट्स का एडमिशन होना है। जबकि कॉलेज में न्यू स्टूडेंट्स की संख्या 16835 होगी। चूंकि कॉलेजों में हॉस्टल की सुविधा नहीं है। इसलिए कॉलेज में एडमिशन लेने वाले 16950 स्टूडेंट्स को डेलीगेसी में आशियाने की तलाश करनी होगी। एयू में एडमिशन लेने वाले न्यू स्टूडेंट्स में 10 प्रतिशत को ही हॉस्टल मिलेगा। क्योंकि, एयू के हॉस्टल्स में ही फस्र्ट इयर स्टूडेंट्स के लिए लगभग 875 सीट ही वेकेंट रखी जाती है।

आसान नहीं है राह

एयू व कॉलेजेज के कोर्सेज में एडमिशन लेने की तुलना में हॉस्टल में रूम मिलना ज्यादा मुश्किल है। लास्ट इयर तक जो सिचुएशन देखने को मिली, कम से कम उससे तो ऐसा ही लगता है। एक तो एयू एडमिनिस्ट्रेशन की लापरवाही दूसरे हॉस्टल में कब्जा जमाए इल्लीगल अराजकतत्व रूम एलाट होने के बाद भी न्यू स्टूडेंट्स को हॉस्टल में घुसने नहीं देते हैं।

कब्जा है बरकरार

हॉस्टल्स की रिपेयरिंग कराने के लिए एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने कुछ महीने पहले हॉस्टल खाली कराने का बीड़ा उठाया तो था लेकिन, स्टूडेंट्स के भारी विरोध के चलते ऑफिसर्स को बैकफुट पर जाना पड़ा। नतीजा अभी तक न ही हॉस्टल की रिपेयरिंग हो सकी है और न ही वहां से इल्लीगल स्टूडेंट्स को हटाया जा सका है। ऐसे में फ्रेशर स्टूडेंट्स को रूम मिलेगा, इसकी उम्मीद कम ही है।

अभी शुरू नहीं हुआ admission

अच्छी रैंक वाले कुछ स्टूडेंट्स को हॉस्टल मिलने की उम्मीद जरूर है, लेकिन वह भी लगता है कि एयू एडमिनिस्ट्रेशन के लापरवाही की चलते स्टूडेंट्स को नसीब नहीं होगी। एडमिशन सेल ने डिफरेंट कोर्सेज में एडमिशन शुरू कर दिया है जबकि हॉस्टल्स में एडमिशन के लिए अभी तक कोई शुरूआत नहीं हो सकी है। इससे ऐसा लगता है कि लास्ट इयर की तरह ही इस बार भी स्टूडेंट्स को सेशन के इंड में रूम एलाट किए जाएंगे।

 

Posted By: Inextlive