7.30 बजे गांव के लोगों को घटना की जानकारी हुई

7.50 बजे पुलिस को सूचना दी गई

9.10 बजे नवाबगंज पुलिस मौके पर पहुंची

9.30 बजे होलागढ़ थाने की पुलिस भी पहुंची

10.30 बजे एसपी गंगापार, एसएसपी पहुंचे

11.00 बजे डॉग स्क्वॉयड के साथ आइजी पहुंचे

12.25 बजे एडीजी और डीएम घटना स्थल पर पहुंचे

1.35 बजे शवों को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया

5.00 बजे अस्पताल में भर्ती महिला का ऑपरेशन हुआ

8.00 बजे चारों शवों का डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम किया

-रात तीन बजे दिया गया वारदात को अंजाम, पड़ोसी को नहीं लगी भनक

-एक कमरे में पिता-पुत्र, दूसरे में बेटियों की लाश

PRYAGRAJ: होलागढ़ में मारे गए विमलेश व उनके बच्चों ने हत्यारों से खूब संघर्ष किया था। बदमाशों से लड़ने के दौरान एक बेटी के हाथ की अंगुली भी कट गई थी। गर्दन के साथ ही हाथ, पैर और शरीर के दूसरे हिस्से में गहरे जख्म के निशान देख पुलिस अधिकारी हतप्रभ हो गए। कमरों में बिखरी किताबें, इधर-उधर पड़े सामान और बिस्तर को देख यही माना गया है कि बदमाशों से बेटियां भी खूब लड़ी थीं। शायद उनसे अश्लील हरकत करने की भी कोशिश हुई थी। हालात भी ऐसे ही कुछ गवाही दे रहे थे। घटना रात करीब तीन बजे के आसपास होने की बात कही जा रही है, लेकिन इसकी भनक पड़ोसी को नहीं लग सकी।

गांव से दूर है मकान

विमलेश का मकान गांव से दूर लाला का तालाब क्षेत्र में नवाबगंज-पटेल नगर रोड पर है। वह गांव से दूर एकांत पर है। एक मंजिला मकान में तीन कमरे हैं। मुख्य दरवाजे से भीतर जाते ही पहला कमरा है, जहां एक तख्त पर विमलेश और दूसरे पर उनका बेटा प्रिंस सो रहा था। उसके बगल वाले कमरे में दोनों बेटियां थीं। जब पुलिस वहां पहुंची तो विमलेश का शव तख्त के नीचे था, जबकि बेटे की रक्तरंजित लाश पड़ी थी। आंगन में रचना मरणासन्न अवस्था में पड़ी थी। उसके बगल वाले कमरों में दोनों बेटियों की लाश थी। कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। भीतर वाले तीसरे कमरे में आलमारी, बक्शा खुला था और सामान व कपड़े बिखरे पड़े थे। ऐसा लग रहा था जैसे बदमाशों को किसी बड़ी चीज की तलाश थी, जिसे डिब्बे का ढक्कन तक खोलकर देखा गया था।

Posted By: Inextlive