एंबुलेंस सेवा को लगा 'डीजल' ब्रेक
तीन महीने से भुगतान नहीं होने के कारण पंप संचालकों ने डीजल देने से किया इंकार
जहां-तहां खड़ी होने लगी हैं एंबुलेंस, एक-दो दिन में भयावह हो सकती है स्थिति ALLAHABAD: स्वास्थ्य मंत्री के जिले में सरकारी एंबुलेंस सेवा ठप होने की कगार पर है। तीन माह से डीजल का पेमेंट नहीं किए जाने से पंप संचालकों ने ईधन देने से इंकार कर दिया है। इससे यह सेवा कभी भी ठप हो सकती है। गुरुवार को भी हालात ठीक नहीं रहे। कई जगह एंबुलेंस नही पहुंच पाने से मरीजों को निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ा। कई इलाकों में मरीज को लिए एंबुलेंस खड़ी हो गई। हालात नहीं सुधरे तो एक-दो दिन में स्थिति भयावह हो सकती है। आखिर कब मिलेगा पेमेंटजिले में 102 और 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन किया जा रहा है। जीवीके-एमआरआई एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले में कुल मिलाकर 81 एंबुलेंस मौजूद हैं। पिछले कुछ दिनों से इनका संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है।
अधिक दूर जाने से किया इंकारनियमानुसार सरकारी एंबुलेंस को 47 किमी की दूरी तय करने का प्राविधान है, लेकिन ईधन की कमी से पिछले कुछ दिनों से पांच से सात किमी ही एंबुलेंस चल रही हैं। इससे मरीज और परिजनों में आक्रोश है। मजबूरन मरीजों को प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है। बुधवार को कोरांव, कौंधियारा, सोरांव, नैनी, चाका आदि स्थानों में एंबुलेंस नही पहुंचने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर मरीजों के गंभीर हो जाने पर परिजनों ने जैसे-तैसे हॉस्पिटल पहुंचाया।
ऐसा नहीं है। बुधवार को कुछ जगहों पर दिक्कत हुई थी, लेकिन गुरुवार को पेमेंट का मामला सुलझ गया है। शाम से एंबुलेंस का संचालन शुरू हो गया है। लंबे समय से पेमेंट नहीं होने से ऐसी समस्या आ रही थी। चंदनलाल, एसीएमओ, स्वास्थ्य विभाग