वर्ष 2006 में हुई हत्या के मुकदमें में पैरवी नहीं करने के लिए पीडि़त पर बना रहा दबाव

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आईएस 227 गैंग के सरगना रहे मरहूम अतीक अहमद के गुर्गे हमजा उस्मान के द्वारा एक शख्स को हत्या की धमकी दी गई है। इस धमकी से पीडि़त का पूरा परिवार सहमा हुआ है। परेशान व डरे सहमे पीडि़त इरशाद अली खान के द्वारा सिविल लाइंस पुलिस को तहरीर दी गई है। तहरीर के आधार पर पुलिस के द्वारा केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। आरोप है कि वह कुछ वर्ष हुए चाचा के कत्ल में पैरवी नहीं करने का दबाव बना रहा है।

मेहंदौरी निवासी आरोपित पर केस दर्ज
पीडि़त इरशाद अली खान सिविल लाइंस के निवासी हैं। उन्होंने सिविल लाइंस पुलिस को बातया कि उसके चाचा अहमद अली उर्फ नन्हें की पांच अगस्त 2006 में राइफल एवं बम हत्या कर दी गई थी। कत्ल के इस केस में शिवकुटी मेंहदौरी निवासी हमजा उस्मान के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमें की पैरवी इरशाद के बड़े भाई कर रहे थे। बड़े भाई की मौत के बाद केस की पैरवी इरशाद ने शुरू कर दी। आरोप है कि जब से हमजा उस्मान जमानत से छूट कर आया है, वह बम से मारने की धमकी दे रहा है। कहना है कि लगभग डेढ़ महीने पहले ज्वाला देवी स्कूल के पास इरशाद अपने गैरेज पर गया था। उसी समय हमजा भी वहां पर पहुंच गया और गाली-गलौज करने लगा। इतना ही नहीं वह धमकी दिया कि अपने चाचा की हत्या के केस में पैरवी करना छोड़ दो, नहीं तो उसी की तरह बम और गोलियों से तुम्हें भी मार देगे। आरोप है कि धमकी देते हुए कहा कि वह अतीक अहमद के आईएएस गैंग 227 का सदस्य है। पीडि़त ने कहा कि वह घर का इकलौता जिम्मेदार सदस्य है। ऐसी स्थिति में वह इस धमकी से डरा सहमा है। अब उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं।

प्राप्त तहरीर के आधार पर मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। केस की जांच व छानबीन की जा रही है। सत्य फैक्ट्स सामने आने के बाद उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रामआसरे यादव, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस थाना

Posted By: Inextlive