28 अप्रैल को कार्यपरिषद की बैठक के दौरान हुई अराजकता में दोषी पाए गए छात्रसंघ रोहित कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष आदिल हमजा व अनुभव उपाध्याय

कुलपति प्रो। आरएल हांगलू की अध्यक्षता में पहली बार हुई अनुशासन परिषद की बैठक में लिया गया निर्णय

ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 28 अप्रैल को कार्यपरिषद की बैठक के दौरान अराजकता और आगजनी के मामले में दोषी पाए गए छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष आदिल हमजा और अनुभव उपाध्याय को पांच साल के लिए विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया है। इसके अलावा ब्लैक लिस्ट किए गए आनंद सिंह निक्कू, सूर्य प्रकाश मिश्रा, विवेकानंद पाठक व अंकुश यादव के प्रकरण की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी। यह निर्णय मंगलवार को कुलपति प्रो.आरएल हांगलू की अध्यक्षता में हुई विश्वविद्यालय अनुशासन परिषद की बैठक में लिया गया। बैठक में परिषद के सचिव प्रो। राम सेवक दुबे व कई डिग्री कॉलेजों के प्राचार्य भी मौजूद रहे।

एसएसपी को खत, आज से चेकिंग

विश्वविद्यालय में बुधवार से व्यापक स्तर पर चेकिंग अभियान शुरू होने जा रहा है। छात्रसंघ भवन गेट, सेंट्रल लाइब्रेरी व केपीयूसी हॉस्टल के सामने स्थित मेन गेट पर प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य चेकिंग अभियान चलाएंगे। साइंस व कामर्स फैकेल्टी में भी अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए चीफ प्रॉक्टर प्रो। राम सेवक दुबे ने एसएसपी आनंद कुलकर्णी को पत्र लिखा है। ताकि पर्याप्त मात्रा में पुलिस परिसर में मिल सके। सूत्रों की मानें तो अनुशासन परिषद की बैठक में यह तय हुआ है कि बिना आई कार्ड के किसी भी छात्र को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अनुशासन परिषद की बैठक में छात्रसंघ अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित तीन छात्रों को पांच साल के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है। इन लोगों को कार्यपरिषद की बैठक के दौरान अराजकता फैलाने के आरोप में दोषी पाया गया है।

प्रो। राम सेवक दुबे, चीफ प्रॉक्टर व सचिव अनुशासन परिषद

Posted By: Inextlive