-कोरोना जांच कराकर सतर्कता के साथ कर रहे व्यापार

-सिविल लाइंस व्यापारी सतर्कता के साथ कर रहे हैं व्यापार

PRAYAGRAJ: इसमें कोई शक नहीं कि कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। लेकिन इसमें भी कोई शक नहीं कि बड़ी संख्या में लोग कोरोना को मात देकर लौट रहे हैं। बहुत से लोग अब भी लापरवाही कर रहे हैं। लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो पूरी सतर्कता के साथ, सुरक्षा के साथ, अपनी जांच कराने के बाद न सिर्फ अपना परिवार संभाल रहे हैं, बल्कि बिजनेस भी कर रहे हैं। ऐसे लोगों में सीनियर सिटीजन व्यापारी भी शामिल हैं, जो ये मानते हैं कि डर के आगे ही जीत है।

तीन बार लग चुका कैंप

सिविल लाइंस व्यापार मंडल की तरफ से गुरुवार तक तीन बार कोरोना जांच कैंप लगाया जा चुका है। तीन बार लगे कैंप में अब तक करीब 150 व्यापारियों व उनके स्टाफ की जांच हो चुकी है। इनमें केवल दो व्यापारी ही अभी तक ऐसे मिले हैं, जिनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, जो अपना इलाज करा रहे हैं। कुछ दिन पहले तक सिविल लाइंस के व्यापारी भी जांच कराने से डर रहे थे। बहुत प्रयास के बाद जांच कराने आ रहे थे। वहीं यूपी गवर्नमेंट द्वारा कम संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन का ऑप्शन दिए जाने से व्यापारियों में जांच कराने को लेकर विश्वास बढ़ा है। कुछ दिन पहले तक जहां व्यापारी जांच कराने से कतराते थे। वहीं गुरुवार को जांच कराने के लिए सैकड़ों व्यापारी पहुंच गए। जब कि एक दिन में केवल 50 व्यापारियों की ही जांच की जा रही है। अन्य व्यापारियों को लौटा दिया गया। अगले दिन आने को कहा गया।

ताकि संक्रमण न फैले

150 व्यापारियों में सबसे पहले सिविल लाइंस व्यापार मंडल के अध्यक्ष 55 वर्षीय सुशील खरबंदा ने अपनी जांच करवाई थी। जिसमें वे निगेटिव पाए गए थे। जांच में निगेटिव मिलने के बाद सुशील खरबंदा कोरोना से डरे बगैर अपनी ऑटोमोबाइल्स की शॉप में सुबह से लेकर शाम तक न सिर्फ बिजनेस करते हैं। बल्कि सिविल लाइंस के अन्य व्यापारियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए उनकी जांच कराने के साथ ही अन्य जरूरतों को भी पूरा कराने में पूरी मदद कर रहे हैं। सुशील खरबंदा कहते हैं कि इस संक्रमण से बचने का सिर्फ एक ही उपाय है और वह है जागरूकता।

खुद सतर्क रहें, औरों को भी सतर्क करें

सिविल लाइंस के ही सैकड़ों व्यापारियों में एक सीनियर ऑटोमोबाइल डीलर एसएस राजपूत हैं। उनकी उम्र करीब 62 वर्ष है। फिर भी वे पर-डे अपनी दुकान पर जाते हैं। आठ घंटे तक बिजनेस करते हैं। फिर घर चले जाते हैं। एसएस राजपूत कहते हैं कि मैंने अपनी जांच करा ली है। रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिसके बाद मैं पूरी सतर्कता बरत रहा हूं।

Posted By: Inextlive