साहब को आया गुस्सा तो जड़ा थप्पड़
-पूर्व कमिश्नर पर कर्मचारी ने लगाया थप्पड़ मारने का आरोप
-कर्नलगंज कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग ALLAHABAD: पता नहीं इलाहाबाद कमिश्नरी को क्या हो गया है। वर्तमान आयुक्त और अपर आयुक्त के बीच डांट-फटकार और बेहोशी का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि मंगलवार को एक और मामला सामने आ गया। इस बार एक कर्मचारी ने पूर्व आयुक्त पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है। इसको लेकर कमिश्नरी के कर्मचारियों में जबरदस्त आक्रोश है। उन्होंने मॉर्निग में आयुक्त का घेराव कर कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही पुलिस में पूर्व आयुक्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया है। रात नौ बजे बुलाया था घरपशुधन कार्यालय का कर्मचारी पंकज शुक्ला इस समय कमिश्नर ऑफिस में नायब नाजिर के पद पर तैनात है। उसने बताया कि सोमवार रात नौ बजे वह अपने घर पर था। इस बीच कार्यालय में तैनात नाजिर मो। आजम ने बताया कि पूर्व आयुक्त बीके सिंह अपने इनकम टैक्स स्टेटमेंट मांग रहे हैं। इसे लेकर उनके ममफोर्डगंज स्थित घर चलना है। बता दें कि बीके सिंह वर्तमान में आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग उप्र के पद पर तैनात हैं।
सस्पेंड करने की धमकी दीनायब नाजिर पंकज का कहना है कि बीके सिंह के घर पहुंचने पर उन्होंने इनकम टैक्स स्टेटमेंट के बारे में पूछताछ शुरू कर दी। अभी वह सवालों के जवाब दे रही था कि इसी बीच उन्होंने नायब नाजिर के गाल पर चाटा रसीद कर दिया। साथ ही उसकी कॉलर पकड़कर कमरे में घुमाते हुए सस्पेंड करने की धमकी दे डाली। पंकज की मानें तो मौके पर नाजिर समेत कमिश्नरी का एक और कर्मचारी मौजूद था। घटना से नाराज कमिश्नरी के कर्मचारियों ने कार्यालय में नारेबाजी करते हुए आयुक्त राजन शुक्ला को ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने इस संबंध में पूर्व आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
बॉक्स मुख्यमंत्री ने किया था सस्पेंड बीके सिंह खुद चार महीने पहले सस्पेंड हो चुके हैं। फतेहपुर में एक कार्यक्रम के दौरान अवैध खनन संबंधी शिकायत पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। हाल ही में उनकी तैनाती खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त पद पर हुई है। इसके पहले एक अन्य पूर्व आयुक्त बादल चटर्जी के साथ हुए विवाद में उनका नाम सामने आ चुका है। अपर आयुक्त हो गई थी बेहोशपिछले महीने हुई एक घटना ने जबरदस्त चर्चा में रही थी। कमिश्नरी की तैनात अपर आयुक्त प्रशासन कनक त्रिपाठी अचानक कार्यालय में मीटिंग के दौरान बेहोश हो गई थीं। उन्हें इलाज के लिए बेली हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने वर्तमान आयुक्त राजन शुक्ला पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि आयुक्त उनके साथ अवांछित व्यवहार करते हैं, जिससे उन्हें मानसिक आघात पहुंच रहा है।
वर्जन कर्मचारियों ने घटना की जानकारी मुझे लिखित तौर पर दी है। बीके सिंह मेरे समकक्ष हैं। इसलिए मामले के बारे में शासन को अवगत करा दिया गया है। राजन शुक्ला, आयुक्त, इलाहाबाद मंडल कर्मचारियों द्वारा लगाए गए आरोप गलत हैं। मैंने किसी कर्मचारी को अपने घर नहीं बुलाया है। बुलाना होगा तो एडिशनल कमिश्नर को बुलाऊंगा। बीके सिंह, आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन