अतीक का करीबी फरहान हथकड़ी समेत फरार
कोर्ट में पेशी के बाद कौशांबी जेल लौटते समय बम्हरौली में सिपाहियों से रिक्वेस्ट कर उतरा था
पुलिस ने पोंगहट पुल से लेकर लाल बिहारा तक घेराबंदी, क्राइम ब्रांच लगी, धूमनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का बेहद करीबी शातिर अपराधी फरहान शुक्रवार की शाम पुलिसवालों की आंख में धूल झोंक कर हथकड़ी समेत फरार हो गया। इस घटना से इलाहाबाद से लेकर कौशांबी तक पुलिस सन्नाटे में आ गयी। दोनों जिलों की पुलिस ने धूमनगंज एरिया में उसके तलाश में नाकेबंदी कर दी। लेकिन, समाचार लिखे जाने के समय तक उसका कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा था। उसके खिलाफ दर्जनो मामले दर्ज हैं और हिस्ट्रीशीट भी खुली हुई है। फरवरी में हुआ था कौशांबी शिफ्टफरहान मूल रूप से धूमनगंज थाना क्षेत्र के लाल बिहारा का रहने वाला है। उसका पूर्व सांसद अतीक अहमद के साथ ही मरियाडीह के आबिद प्रधान का भी करीब संबंध है। दर्जनो आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के चलते उसकी हिस्ट्रीशीट धूमनगंज थाने में खुली हुई है। पिछले साल पुलिस ने अतीक पर शिकंजा कसना शुरू किया तो करीब आठ महीना पहले फरहान को भी गिरफ्तार करके नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया था। यहां से पांच फरवरी को उसे कौशांबी जेल शिफ्ट कर दिया गया था।
दो कोर्ट में थी शुक्रवार को पेशी
फरहान अहमद की पेशी इलाहाबाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के कोर्ट नंबर 10 और 14 में थी। उसे कौशांबी से हेड कांस्टेबल भोला नाथ और तीन सिपाहियों राम सिंह, लवलेश और सुभाष लेकर इलाहाबाद आये थे। पेशी के बाद लौटते समय गाड़ी को फरहान अहमद के घर लाल बिहारा के पास से गुजरना था। उसने पुलिसवालों को सेट कर लिया तो गाड़ी को लाल बिहारा में रोक दिया गया। यहां सिपाहियों को चाय-पानी करने के लिए वह एक परिचित से मिलने के नाम पर किनारे हुआ और फिर हवा हो गया। इसके बाद सिपाहियों के हाथ-पांव फूल गये। सूचना कौशांबी पहुंची तो एसपी ने आरआई को जांच और रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए धूमनगंज थाने भेजा। सूचना मिलने पर इलाहाबाद पुलिस भी सतर्क हो गयी। देर रात धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। राजू पाल हत्याकांड में था शामिलकरीब दस साल पहले हुए तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के साथ ही मरियाडीह कांड और राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के अपहरण जैसे संगीन मामलों में फरहान अहमद का नाम सामने आया था। इसके अलावा भी कई घटनाओं में वह शामिल रहा। आतंक का साम्राज्य खड़ा हो जाने के बाद जमीनो पर अवैध कब्जा करके प्लाटिंग करने को उसने अपना धंधा बना लिया था।
आरआई को जांच के लिए भेजा गया है। वही धूमनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। उनकी रिपोर्ट मिलते ही चारों सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। प्रदीप गुप्ता एसपी कौशांबी