Allahabad: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन यूपीपीएससी के चार आफिसर्स को इंटरव्यू में गड़बड़ी के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है और पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच बैठा दी गई है. यह कार्रवाई इन दिनों सीधी भर्ती के लिए चल रहे इंटरव्यू में शामिल हुए एक अभ्यर्थी की कम्प्लेन पर की गई है. एक साथ चार आफिसर्स का सस्पेंशन से कमीशन के आफिसर्स व इंप्लाइज सकते में हैं. सस्पेंड होने वालों में तीन समीक्षा अधिकारी और एक अनुभाग अधिकारी हैं.


प्रोफेसर के पद के लिए था इंटरव्यूकमीशन के सोर्स का कहना है कि 8 अक्टूबर को होम्योपैथिक डिपार्टमेंट में एनाटॉमी में प्रोफेसर की सीधी भर्ती के लिए इंटरव्यू था, जिसमें निर्धारित क्वालीफिकेशन को फुलफिल न करने वाले कुछ कैंडिडेट्स को भी बुला लिया गया। बताया गया कि इस पद पर भर्ती के लिए पूर्णकालिक, वैतनिक और अनुभव की अनिवार्यता वाले कैंडिडेट्स ही इंटरव्यू के लिए पात्र थे। लेकिन निर्धारित मापदंड को दरकिनार करके गेस्ट फैकल्टी यानी अंशकालिक को बुला लिया गया। पूरे मामले की जानकारी तब हो सकी जब इंटरव्यू से बाहर हुए एक कैंडिडेट ने इसकी कम्प्लेन कमीशन के आला आफिसर्स से की। आननफानन में मामले की जांच की गई और उक्त कैंडिडेट के आरोप को सही पाया गया। इसके बाद कमीशन ने आननफानन में कार्रवाई को अंजाम दिया। ये हैं चार आफिसर्स
जिन आफिसर्स को सस्पेंड किया गया है। उनमें समीक्षा अधिकारी वेद प्रकाश, इन्द्रजीत, अजय सिंह और अनुभाग अधिकारी धर्मराज हैं। ये सभी सेवा ग्यारह, एकाउंट सेक्शन, विधि प्रकोष्ठ और गोपन अनुभाग से जुड़े हैं। मामले की पड़ताल के लिए उच्च स्तरीय जांच भी बैठा दी गई है। जिसका जिम्मा एक उपसचिव को सौंपा गया है। बता दें कि चिकित्सा शिक्षा विभाग, राजकीय आयुर्वेदिक कालेज, प्राविधिक शिक्षा विभाग और होम्योपैथिक में सीधी भर्ती के लिए 27 सितम्बर से इंटरव्यू चल रहा है। इंटरव्यू 28 अक्टूबर तक चलेगा। 8 अक्टूबर को हुआ इंटरव्यू एनाटामी में तीन पदों पर भर्ती के लिए था। जिसका विज्ञापन 2010-11 में आया था। वर्जनचारों आफिसर्स को सस्पेंड किया गया है। मामले की जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।अनिल यादवसचिव,उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग

Posted By: Inextlive