नए मतदाता बनेंगे भाग्यविधाता
छह महीने के अभियान में छह लाख नए वोटर्स का नाम मतदाता सूची में जुड़ा। यानी लिस्ट में नाम जोड़वाने को लेकर मतदाताओं में जबरदस्त जागरुकता रही। मतदान वाले दिन ये वोट डालने को लेकर भी इतने ही जागरूक रहे तो पूरा समीकरण ध्वस्त कर सकते हैं।
अब मिलेगा रंगीन वोटर कार्ड -दो दिन के भीतर प्रकाशित होगी सप्लीमेंट्री मतदाता सूची -तीन लाख से अधिक नए वोटर्स जुड़ गए दो बार चलाए गए अभियान से -नवंबर से अब तक के दौरान मतदाता सूची में जुड़े कुल छह लाख नाम -सभी को दिया जाएगा रंगीन वोटर आईडी कार्डALLAHABAD: नवंबर से शुरू हुए विशेष अभियान के दौरान मतदाता बनने वालों का आंकड़ा बढ़ाने का लक्ष्य तो ऑफिसर्स ने हासिल कर लिया। करीब छह लाख नए मतदाता बन गए हैं। इसमें करीब तीन लाख ऐसे हैं लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे। मतदाता सूची में नए नाम एड होने के बाद जिले में वोटर्स की संख्या ब्फ् लाख से अधिक पहुंच चुकी है। यानी मतदाता सूची में नाम जुड़वाने को लेकर जोश दिखाने वालों ने वोटिंग के दिन भी यही जोश दिखाया तो प्रत्याशियों के अब के सारे समीकरणों को ध्वस्त कर सकते हैं।
मतदाता चौपाल ने दिखाया रंगइस बार लोकसभा चुनाव के पहले मतदाताओं की जागरुकता किसी से छिपी नहीं है। जिले के मतदाता भी इस बार खुलकर सामने आ चुके हैं। अगले दो दिनों के भीतर दूसरी सप्लीमेंट्री मतदाता सूची जारी होने जा रही है। ऑफिसर्स के मुताबिक इस बार फ्.ख्क् से अधिक नए मतदाता जोड़े गए हैं। वहीं फरवरी में जारी हुई पहली सप्लीमेंट्री सूची में ख्.म्8 लाख नए मतदाता सामने आए थे। कुल मिलाकर इस बार चुनाव में तकरीबन छह लाख नए मतदाता वोट देंगे। बता दें कि अभी तक जिले में कुल फ्9.8ब् लाख मतदाता थे। नए नाम जुड़ने के बाद अब ये संख्या बढ़कर ब्फ् लाख से अधिक हो चुकी है।
शहरियों ने मारी बाजीमतदाता सूची में नाम जोड़े जाने की कवायद में इस बार शहरी मतदाताओं ने बाजी मार ली है। दो मतदाता चौपाल सहित लगातार चलने वाले अभियान के तहत शहर की तीनों विधानसभाओं में जिले के अन्य विधानसभा से ज्यादा नए मतदाता जोड़े गए हैं। इनमें सबसे आगे रहा है शहर उत्तरी विधानसभा। यहां से सर्वाधिक भ्9भ्8फ् नए मतदाताओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। बताया जाता है कि इस विधानसभा से हमेशा सबसे कम वोटिंग परसेंटेज रहता है लेकिन जिस तरह से मतदाताओं ने सूची में नाम शामिल कराने की मिसाल पेश की है। उससे इस बार सात मई को चुनाव में बड़े बदलाव के संकेत दिख रहे हैं।
कहां बढ़े कितने मतदाता विधानसभा बढ़े वोटर्स फाफामऊ- क्फ्ख्म्भ् सोरांव- क्म्0ब्क् फूलपुर- फ्0म्ब्9 प्रतापपुर- ख्क्भ्क्8 हंडिया- क्9ब्भ्7 मेजा- क्क्ख्म्9 करछना- क्9फ्97 इलाहाबाद पश्चिम- भ्भ्97म् इलाहाबाद उत्तरी- भ्9भ्8फ् इलाहाबाद दक्षिणी- भ्भ्म्म्ब् बारा- क्क्ब्ब्म् कोरांव- 7म्म्8 कुल बढ़े मतदाताओं की संख्या- फ्ख्क्9फ्फ् महिला वोटर्स- क्ब्ब्ब्9ख् पुरुष वोटर्स- क्77फ्क्ख् अन्य वोटर्स- क्ख्9 जिले के वोटर्स पर एक नजर जिले में कुल वोटर्स की संख्या- ब्फ्0म्0भ्भ् कुल पुरुष वोटर्स- ख्फ्8ब्भ्ख्8 कुल महिला वोटर्स- क्9ख्क्क्0फ् अन्य वोटर्स- ब्ख्ब् ख्भ् के बाद आएंगे नए वोटर कार्ड चुनाव आयोग के निर्देश पर चुनाव से पहले ही नए मतदाताओं को रंगीन वोटर कार्ड देने की कोशिश जारी है। ऑफिसर्स बताते हैं कि नए कार्ड बनकर ख्भ् अप्रैल के बाद जिले में आ सकते हैं। इसके बाद इन्हें बांटने की जिम्मेदारी बीएलओ को सौंपी जाएगी। जबकि, पिछली बार के ख्.म्8 लाख कार्ड लगभग बांटे जा चुके हैं। सभी नए कार्ड जल्द ही फैजाबाद से बनकर शहर में आएंगे। इतना ही नहीं, जिनके नाम सूची में जुड़ चुके हैं वह एक-दो दिन में इन्हें चुनाव आयोग की वेबसाइट पर सर्च भी कर सकते हैं। बीएलओ को एक ही वोटर स्लिपहालांकि हर बार की तरह इस बार वोटर स्लिप बांटने में कुछ फेरबदल भी किए जा रहे हैं। ऑफिसर्स की मानें तो इस बार बीएलओ को दो की जगह एक ही वोटर स्लिप दी जाएगी। इन्हें घर-घर जाकर बांटना होगा। बाद में इनकी रिसीविंग भी अपने पास रखनी होगी। जो वोटर स्लिप नहीं बांटी जा सकेगी, उसे चुनाव के दिन बूथ पर बीएलओ से प्राप्त किया जा सकेगा। वोटर कार्ड नहीं मिल पाने की स्थिति में आयोग द्वारा मतदाताओं के लिए क्क् ऑप्शन जारी किए गए हैं। वोटिंग के दौरान इनको दिखाकर वोट डाला जा सकेगा। ऐन मौके पर आयोग कुछ नए ऑप्शन भी जारी कर सकता है। वहीं ख्ब् अप्रैल को नामांकन वापसी के तीन दिन के भीतर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को फाइनल मतदाता सूची भी दी जानी है।