मौनी अमावस्या पर शहर में जगह जगह हुआ भंडारे का आयोजनपूड़ी-सब्जी से लेकर तमाम आइटम रहे उपलब्धश्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद भरपेट किया भोजन

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। माघ मेला एरिया में तो मेले के दौरान लगातार अन्न क्षेत्र और भंडारे का आयोजन होता रहता है, लेकिन स्नान पर्वों पर शहर के लोग भी इस पुण्य कार्य का हिस्सा बन जाते हैं। मौनी अमावस्या के स्नान के मौके पर शुक्रवार को शहर के दर्जनों एरिया में लोगों ने अपनी ओर से भंडारे का आयोजन किया था। जिसमें नाना प्रकार के पकवानों का स्वाद श्रद्धालुओं ने चखा। गंगा स्नान के बाद भरपेट भोजन कर वह घर की ओर लौटे।

भंडारे पर लगी रही लंबी लाइन
मौनी अमावस्या पर लाखों लोगों ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई। मान्यता है कि खाली पेट डुबकी लगाने और पूजा अर्चना करने के बाद ही भोजन प्रसाद ग्रहण किया जाता है। इससे गंगा स्नान का पूर्ण फल प्राप्त होता है। यही कारण है कि संगम की ओर से लौटने वाली जनता जबरदस्त भूखी नजर आई। श्रद्धालुओं ने प्रत्येक भंडारे का भरपूर स्वाद लिया। तमाम भंडारों पर लोगों की लंबी लाइन नजर आई।

जो मन हो खाओ, कोई कमी नही
कौशांबी से आए संजय निषाद ने बताया कि सुबह दस बजे वह संगम पर पहुंचे थे। खाली पेट स्नान करने के बाद वापस लौटने लगे। पांच से छह किमी का लंबा सफर तय करने के बाद मेला एरिया के बाहर आए तो पत्नी और सात साल के बेटे को जबरदस्त भूख लगी थी। लेकिन, पेट भरने के लिए हमे होटल नही जाना पड़ा। चुंगी से बालसन चौराहे तक दर्जनों भंडारे मिले। पहले हमने एक जगह चाय पी और इसके बाद गर्मा गर्म पूड़ी सब्जी खाई। डाट पुल के पास पहुंचे मीठी बूंदी मिल गई। बगल में ही हलवा बट रहा था। हमने पेट भरकर भोजन किया। इतना ही नही, बालसन से हम सिविल लाइंस की ओर चले तो रास्ते में एक जगह खिचड़ी बंट रही थी। हमने थोड़ा उसे भी चखा। इसके बाद बस अड्डे से बस पकड़कर कौशांबी के लिए निकल गए।

आपसी सहयोग से होता है भंडारा
सोहबतियाबाग में भंडारे का आयोजन कर रहे तुलारामबाग निवासी संदीप, संतोष, सतीश और धीरेंद्र ने बताया कि भंडारे का आयोजन आपसी सहयोग से होता है। बताया कि लोग एक हजार से लेकर दस हजार लोगों को खिलाने का भंडारा आयोजित करते हैं। जिसकी जितनी श्रद्धा होती है वह उतने ही बजट का भंडारा करता है। कभी कभी सुबह से शाम तक खाने वालों की लाइन लगी रहती है। सभी लोग आर्थिक सहयोग करने के साथ श्रमदान भी करते हैं। श्रद्धालुओं को भरपेट भोजन कराने का अपना ही आनंद होता है। इससे बड़ा पुण्य कोई नही होता है।

सत्यकाम संस्था ने लगाया भंडारा

मौनी अमावस्या पर सत्यकाम की ओर से माघ मेला संकटमोचन मार्ग सेक्टर एक ए व अरैल घाट पर भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे सत्यकाम संस्था के सदस्यों के सहयोग से दमालू पूड़ी, खीर व गर्म वस्त्रों का वितरण किया गया। भंडारा देर शाम तक चलता रहा। कार्यक्रम में संस्था की अध्यक्ष वंदना द्विवेदी, शशांक द्विवेदी, बृज मोहन तिवारी, कृष्ण चंद्र तिवारी मंटू, मुकेश तिवारी, उत्कर्ष द्विवेदी, अंकित शुक्ला, राहुल तिवारी, अनुज सिंह, विधान चंद्र त्रिपाठी व अन्य सत्यकामी सेवभाव सहित जनसेवा में मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive