बिना हल्दी पीले हो रहे हैं हाथ
शहर में तेजी से फैल रहा है पीलिया, गंदे पानी की सप्लाई से परेशान हैं लोग
डॉक्टर्स ने कहा, जानकारी ही बचाव है ALLAHABAD: पीलिया के नाम से मशहूर वायरल हेपेटाइटिस या जाइंडिस बारिश के मौसम में अपने चरम पर पहुंच रहा है। प्रदूषित पानी की सप्लाई के चलते बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि जल्द ही अगर रोग की जानकारी हो जाए तो आसानी से इलाज संभव होता है। देर करने पर यह रोग जानलेवा भी हो सकता है। जानकारी का अभाव होने से मरीज झाड़-फूंक के फेर में पड़कर अपनी सेहत से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। दूषित पेयजल है सबसे बड़ा कारणशहर में दूषित पेयजल सप्लाई की समस्या बढ़ती जा रही है। कई इलाकों में जलभराव के चलते पाइप लाइन के जरिए घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है तो कई इलाकों में सड़क धंस जाने से पाइप डैमेज हो गए हैं। लोग दूषित पानी पीकर पीलिया की चपेट में आ रहे हैं। हालात यह है कि हॉस्पिटल्स की ओपीडी में पीलिया के मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है। इसके अलावा पीडि़त व्यक्ति के संपर्क में आने से भी पीलिया के फैलने के चांसेज बन जाते हैं। डॉक्टर्स कहते हैं कि बारिश के मौसम में पीलिया के फैलने के सबसे अधिक आसार होते हैं।
पीलिया के लक्षण रोगी को बुखार रहना भूख न लगना। चिकनाई वाले भोजन से अरुचि जी मिचलाना व उल्टियां पेशाब में पीला पन ऐसे होगा बचाव जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लें बिस्तर पर आराम करना चाहिए लगातार जांच कराते रहना चाहिए भोजन में प्रोटीन और कार्बोज डॉक्टर की सलाह पर लें नींबू, संतरे और अन्य फलों का रस गुणकारी होता है। खाना बनाने, परोसने और खाने से पहले साबुन से हाथ धुलें पानी को उबालकर, छानकर ही पिएं। डिसपोजबल सीरिंज का उपयोग करें व रक्तदाता का खून भली प्रकार के जांच के बाद ही लें। वर्जन इस मौसम में पीलिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। लोगों में जागरुकता का अभाव है और शुद्ध भोजन और पानी का सेवन नहीं करने से भी यह बीमारी फैलती है। समय से इलाज नहीं मिलने पर पीलिया मरीज के लीवर को भी नुकसान पहुंचा सकता है। डॉ। ओपी त्रिपाठी, सीनियर फिजीशियन