यूजी नीट काउंसिलिंग में प्रयागराज के एमएलएन मेडिकल कॉलेज की रैंंकिंग में लगातार सुधार हो रहा है. इस साल केजीएमसी लखनऊ के बाद प्रयागराज का मेडिकल कॉलेज लखनऊ के आरएमएल इंस्टीट््यूट आफ मेडिकल साइंसेज के साथ दूसरे नंबर पर आ गया है. कैंडिडेट्स च्वाइस लॉकिंग में इस ट्रेंड को अपना रहे हैं. तीसरे नंबर कानपुर का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज है. हालांकि पहले यह दूसरे नंबर पर हुआ करता था.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पिछले कुछ सालों में एमएलएन मेडिकल कॉलेज के स्तर में लगातार सुधार देखने को मिला है। इसके साथ ही लखनऊ के आरएमएल ने भी उछाल मारा है। तीसरे नंबर पर कानपुर का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज है। बताया जा रहा है कि जिन अभ्यर्थियों को सेंट्रल में अच्छी रैंक नही मिली है वह स्टेट की काउंसिलिंग में पार्टिसिपेट करने के बाद सरकारी कॉलेजेस में एडमिशन पा सकते हैं। बताया गया कि 7000, 8000 या 9000 रैंक पाने वाले कैंडिडेट यूपी के सरकारी कॉलेजेस में सीट मिल जाएगी।

दो से शुरू होगा एडमिशन
फिलहाल यूजी की सीटों के एलॉटमेंट का रिजल्ट एक फरवरी को घोषित किया जाएगा। वर्तमान में च्वाइस लॉकिंग की प्रक्रिया चल रही है। जानकारी के मुताबिक दो से पांच फरवरी के बीच एडमिशन होना है। एमएलएन मेडिकल कॉलेज में कुल दो सौ एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन होना है।

बाद में आता है नंबर
लखनऊ, प्रयागराज और कानपुर के बाद फिर प्रदेश के दूसरे मेडिकल कॉलेजेस का नंबर आता है। इनमें प्रॉयरिटी के हिसाब से अभ्यर्थी एडमिशन लेते हैं। कई अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जो मेडिकल कॉलेजेस की रैंक को नजर अंदाज कर अपने होम टाउन की सुविधा देखकर एडमिशन लेना पसंद करते हैं। प्रदेश में झांसी, सैफई, गोरखपुर, आगरा, बरेली मेडिकल कॉलेज में भी दो से पांच फरवरी के बीच एडमिशन लिए जाने हैं।

38 सीटों पर हुआ एडमिशन
दूसरी ओर पीजी की सीटों पर एडमिशन जारी है। एमएलएन मेडिकल कॉलेज में पीजी के विभिन्न पाठ्यक्रमों की कुल 128 सीटे मौजूद हैं। इनमें से 38 सीटे फुल हो चुकी हैं। आल इंडिया कोटे की यहां 63 सीट हैं और इसमें से 23 पर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दो सीटें डीएनबी की भरी गई हैं। स्टेट कोटे की 65 पीजी सीटें हैं और इसमें से 13 पर एडमिशन हुआ है। अभी दो फरवरी तक एडमिशन जारी रहेगा। पीजी काउंसिलिंग के दूसरे राउंड में बाकी सीटें भरी जानी हैं।

यूजी में एडमिशन शुरू होने जा रहे हैं और पीजी में चल रहे हैं। एमबीबीएस में छात्र रैंक के हिसाब से एडमिशन लेना पसंद करते हैं। इसके अलावा यह भी देखते है कि उनके होम टाउन के सरकारी कॉलेज में ही सीट मिल जाए।
डॉ। कविता चावला नोडल, यूजी पीजी काउंसिलिंग एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज

Posted By: Inextlive