फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले छात्रों के दामन पर मुकदमे का दाग लग गया है. विरोध प्रदर्शन में शामिल इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के 16 नामजद छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. कर्नलगंज थाने में दर्ज अलग-अलग दो मुकदमों में नामजद के साथ 200 से अधिक अज्ञात छात्र भी शामिल हैं. अलग-अलग डेट पर यह मुकदमा यूनिवर्सिटी के कुलानुशासक प्रो. हर्ष कुमार की तहरीर पर लिखा गया. पुलिस द्वारा छात्रों के विरुद्ध दर्ज किए गए मुकदमों में कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। कुलानुशासक की तहरीर पर एक मुकदमा 21 सितंबर को लिखा गया। इस मुकदमें में कुल 12 छात्र नामजद व 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखा गया। नामजद किए गए छात्रों में सत्यम कुशवाहा, आदर्श सिंह भदौरिया, नितिन मलिक, आयुष प्रियदर्शी, अजय सिंह सम्राट, इंद्रजीत मौर्य, आशुतोष पटेल उर्फ राहुल टेल, जितेंद्र धनराज, सुधीर यादव क्रांतिकारी, अमित पांडेय रफ्तार, हरेंद्र यादव, संदीप वर्मा प्रॉक्टर का नाम शामिल हैं। पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप है कि बीस सितंबर को दोपहर में सत्यम कुशवाहा सहित अन्य नामजद छात्रों के नेतृत्व में कुछ छात्र एवं अन्य लोगों का जुलूस कुलपति कार्यालय पहुंचा। एक व्यक्ति कुलपति कार्यालय की बिल्डिंग पर गैस सिलेंडर लेकर चढ़ गया। सिलेंडर में आग लगाकर कूदने की धमकी देने लगा। इससे यूनिवर्सिटी में अफरातफरी मच गया। राजकीय कार्य भी प्रभावित हो गया। कुलपति कार्यालय ऐतिहासिक पुरातत्व महत्व की हेडिटेज बिल्डिंग है। गैस सिलेंडर से विस्फोट करके उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश की के भी आरोप लगाए गए। गैस सिलेंडर लेकर बिल्डिंग पर चढऩे वाले छात्र का नाम आयुष प्रियदर्शी पता चला। उसकी मंशा बिल्डिंग को नुकसान पहुंचाने की थी। इसी बची चार लोग पेट्रोल पी लिए तो कुछ अपने ऊपर छिड़क लिए। जिन्हें पुलिस द्वारा बचाया गया।

यहां पांच छात्रों पर दर्ज हुआ केस
कर्नलगंज थाने में छात्रों के खिलाफ दूसरा मुकदमा 23 सितंबर को लिखा गया। कुलानुशासक हर्ष कुमार द्वारा दी गई तहरीर पर लिखे गए मुकदमें में कुल चार छात्र नामजद किए गए। नामजद किए गए छात्रों में सत्यम कुशवाहा, आदर्श सिंह भदौरिया, आयुष प्रियदर्शी, जितेंद्र धनराज व 60 अज्ञात छात्र शामिल हैं। इन पर आरोप है कि छात्र संघ भवन के पास मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया गया। सुरक्षा में लगे गार्डों द्वारा रोकने की कोशिश पर उनसे धक्का मुक्की व गालीगलौज एवं मारपीट की गई। कुलानुशासक ने कहा कि सूचना पर जब वह पहुंचे तो उनसे भी आरोपितों द्वारा मारपीट की गई। इससे उनके सम्मान को आघात पहुंचा। उन्होंने कहा कि इस घटना से विश्वविद्यालय के 120 वर्षों का इतिहास कलंकित हुआ है। आरोपित आयुष प्रियदर्शी एवं सत्यम कुशवाहा के इस कृत्य से विश्वविद्यालय के नाम और सम्मान पर असर पड़ा है। इस तरह के कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

प्राप्त तहरीर के आधार पर कार्रवाई की गई है। तहरीर में आरोप लगाए गए हैं उसकी जांच की जा रही है। फैक्ट सामने आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राममोहन राय, थाना प्रभारी कर्नलगंज

Posted By: Inextlive