फाफामऊ के मोहनगंज फुलवरिया में पिता मां और भाई संग जिस लड़की की हत्या हुई उसकी रियल उम्र 17 नहीं बल्कि करीब 25 वर्ष है. युवती के जरिए एसएससी के लिए किए गए ऑनलाइन आवेदन फार्म पुलिस के हाथ लगा है. इसी फार्म के आधार पर पुलिस उसकी उम्र 25 वर्ष का दावा कर रही है. फार्म पर हाईस्कूल पास करने तक की डेट भी लिखी गई है. यह तथ्य सामने आने के बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. सवाल उठता है चार लोगों की हुई हत्या में तहरीर देने वाले ने युवती की उम्र कम क्यों लिखाई? जबकि तहरीर देने वाला शख्स बाहरी नहीं परिवार का ही है. उसे तो युवती की रियल डेट आफ बर्थ मालूम ही रही होगी. जिस फार्म के आधार पर पुलिस यह दावा कर रही है यदि वह सही है तो शक की सुई कई तरफ घूम सकती है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। चार लोगों की हत्या के दर्ज मुकदमे में युवती की उम्र 17 वर्ष लिखाई गई है। परिवार के लोग युवती की उम्र अब भी 17 वर्ष ही बता रहे हैं। शनिवार को युवती की उम्र को लेकर एक नया राज सामने आया। कत्ल की तफ्तीश में जुटी पुलिस के हाथ एक एसएससी एग्जाम के लिए भरा गया उसका फार्म लगा है। बताया जा रहा है कि ऑनलाइन भरे गए फार्म पर युवती की एक पासपोर्ट साइज फोटो भी लगी है। पुलिस का दावा है कि उसके जरिए यह आवेदन 09 अगस्त 2021 में किया गया था। इस आवेदन फार्म पर उसकी उम्र 04 जून 1996 लिखी गई है। इस आवेदन फार्म पर लिखी गई डेट ऑफ बर्थ पर गौर करें तो वह करीब 25 साल की थी। आवेदन फार्म पर हाईस्कूल पास करने का वर्ष 2013 लिखा गया है। मतलब यह कि 07 साल पहले मौत के घाट उतारी गई युवती ने हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी।

तो हट सकती है पाक्सो की धारा
एसएससी परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन में लिखी गई युवती की डेट वाकई 25 वर्ष है तो हत्या के दर्ज मुकदमे पाक्सो की धारा हट सकती है। क्योंकि इस फार्म से यह बात साबित हो जाएगी कि उसकी उम्र 17 वर्ष नहीं है। बल्कि युवती बालिग है। क्राइम एक्सपर्ट कहते हैं कि यदि घटना बालिग के साथ हुई है तो पाक्सो की धारा नहीं बनती। क्योंकि पाक्सो की धारा नाबालिग के साथ घटना होने पर लगाई जाती है।

मारी गई युवती द्वारा एसएससी परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया था। यह आवेदन फार्म केस की जांच कर रही टीम के हाथ लगे हैं। आवेदन फार्म पर लिखी गई डेट ऑफ बर्थ से यह मालूम चलता है कि उसकी उम्र 25 वर्ष थी।
सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी डीआईजी/एसएसपी

Posted By: Inextlive