एक तीर से दो निशाना साध मारी गई थी अलकमा
पूर्व सांसद अतीक को खटक रही थी कम्मो और जाबिर की बढ़ती लोकप्रियता
चचेरी बहन अलकमा और सुरजीत के संबंध अतीक के करीबी आबिद को खटक रही थी अतीक व अशरफ ने मौके का फायदा उठाया, आबिद को भड़का कर अलकमा की हत्या कराई और कम्मो व जाबिर को फंसवा दिया ALLAHABAD: मरियाडीह में 2015 में हुए बहुचर्चित अलकमा मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा किया है। खुलासे में पुलिस ने बताया है कि पूर्व सांसद अतीक अहमद के कभी बेहद करीबी रहे कम्मो और जाबिर को इसमें इसलिए फंसाया गया था कि उनसे अतीक को अपना राजनीतिक करियर खतरे में पड़ता नजर आ रहा था। रविवार को आबिद प्रधान, आसिफ व फरहान निवासी मरियाडीह को मीडिया के सामने पेश किया गया। खतरे में था राजीतिक करियरपुलिस लाइंस सभागार में एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि कम्मो का भाई जाबिर 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में था। इसे लेकर जाबिर ने पूरे शहर में पोस्टर, होर्डिग आदि लगवाने के साथ जनसंपर्क भी शुरू किया था। उसे एक पार्टी विशेष से टिकट मिलने की बात भी प्रचारित की जा रही थी। इससे पूर्व सांसद अतीक व उनके भाई मो। अशरफ को अपनी राजनीतिक साख डूबती नजर आने लगी। इसे लेकर आबिद के साथ मीटिंग कर अतीक व अशरफ ने कहा कि अल्कमा ने बिरादरी की नाक कटा दी है। उसे किनारे लगाओ और उसमें कम्मो व जाबिर को नामजद कराओ। हत्या के आरोप में दोनों जेल चले जाएंगे और हमारा रास्ता साफ हो जाएगा। इस तरह एक तीर से दो निशाने लग जाएंगे।
साजिश के तहत की गई हत्या एसएसपी ने बताया कि योजना के तहत ही मरियाडीह में सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। आबिद के खिलाफ धूमनगंज थाने में 26, फरहान पर 21 व आसिफ पर 11 आपराधिक केस दर्ज हैं। आबिद पर 20 व अन्य पर पांच-पांच हजार का इनाम भी घोषित था। सूफियान अहमद को अपराधियों को शरण देने के आरोप में नवाबगंज इंस्पेक्टर मनोज तिवारी ने गिरफ्तार किया। वह भी हत्या व हत्या के प्रयास में जेल जा चुका है। इससे पहले अल्कमा के भाई शेरू व जुल्फिकार उर्फ तोता को जेल भेजा जा चुका है। पकड़ा कुछ और दिखाया कुछहत्याकांड के अभियुक्तों से बरामद असलहा व गोलियों में पुलिस ने खेल किया है। शनिवार को पुलिस अधिकारी राइफल, बंदूक, तमंचा, पिस्टल व करीब दो सौ गोलियां बरामद होने की बात कर रहे थे, लेकिन जब रविवार को खुलासे की बारी आयी तो पुलिस ने एक राइफल, एक बंदूक, दो तमंचा व महज 45 गोलियां दिखाई।
बाक्स में अलकमा को 17 व सुरजीत को लगी थीं 13 गोलियां हमलावरों ने अलकमा व सुरजीत को गोलियों से भून दिया था। अलकमा के शरीर में गोलियों से घाव के 17 निशान मिले थे। ड्राइवर सुरजीत को 13 गोलियां मारी गई थीं। सभी गोलियां शरीर को चीरते हुए निकल गई थीं। अलकमा के शरीर से बुलेट के कुछ टुकड़े मिले थे। पुलिस को स्पॉट से तीन दर्जन से अधिक खोखे मिले थे। अधिकांश खोखे 315 बोर के थे। कुछ खोखे उससे भी अलग मिले थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ है कि गोलियां काफी करीब से मारी गई थीं। मामले से संबंधित कई आरोपी पकड़े गए हैं, अतीक अहमद जेल में हैं और अशरफ की तलाश में लगातार दबाव बनाया जा रहा है। आनंद कुलकर्णी, एसएसपी