ALLAHABAD: जिस तरह से हर साल तेजी के साथ बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में पहले एक जॉब पर कब्जा कर लेना जरूरी हो गया है. इसके बाद अन्य कॉम्पिटिशन की तैयारी करते रहेंगे. कुछ ऐसा ही कहना हाई क्वालिफाइड उन कैंडिडेट्स का जो संडे को पीसीएस प्री एग्जाम को छोड़कर रेलवे के ग्रुप 'डीÓ एग्जाम में शामिल हुए.


Group 'd' है first choiceसंडे को एक ही दिन दो एग्जाम, एक पीसीएस प्री का और दूसरा रेलवे की गु्रप डी सर्विसेज का। रेलवे के एग्जाम में शामिल कुछ कैंडिडेट ऐसे भी रहे, जिन्होंने इसके लिए पीसीएस का एग्जाम भी छोड़कर दिया। कैंडिडेट्स का कहना था कि पीसीएस उनका सेकंड ऑप्शन है। तेजी के साथ बढ़ रही बेरोजगारी के कारण वे पहले एक जॉब हथिया लेना चाहते हैं। भले ही वह ग्रुप डी का ही क्यों न हो। railway में अधिक candidate
शायद बढ़ती बेरोजगारी का साइड इफेक्ट है जो रेलवे की ग्रुप डी सर्विस के एग्जाम में अपीयर होने वाले कैंडिडेट्स की संख्या पीसीएस से कई गुना है। संडे को भी कई कैंडिडेट्स ने पीसीएस का एग्जाम छोड़ दिया। 200 पोस्ट के लिए कंडक्ट कराए गए पीसीएस प्री एग्जाम में केवल 75.55 प्रतिशत यानी 186867 कैंडिडेट अपीयर हुए। जबकि रेलवे के एग्जाम में सात चरणों की परीक्षा में लगभग 40 प्रतिशत कैंडिडेट उपस्थित हुए हैं। ये संख्या लगभग पौने तीन लाख के करीब होगी।

Posted By: Inextlive