Allahabad:: सिर्फ दोस्ती में ही नहीं भगवान कृष्ण ने अपनी जिंदगी के हर रूप को बेहद परफेक्ट अंदाज में रोल प्ले किया है. शायद यही कारण है कि सिर्फ पुराने ही नहीं आज का यंगस्टर्स भी भगवान कृष्ण को अपना रोल मॉडल मानता है. जन्माष्टमी पर यूं तो पूरे शहर में रात भर होते प्रोग्राम होते हैं लेकिन खास यह है कि हाइटेक युग के सारथी बनने की तैयारी कर रहे यंगस्टर्स भी धूमधाम में जन्माष्टमी सेलिब्रेशन में जुटे हैं. मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कृष्ण जन्म का उत्सव रात भर सेलिब्रेट किया जाएगा. इंजीनियरिंग कॉलेज में भी जन्माष्टमी का सेलिब्रेशन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. आई नेक्स्ट ने भी जन्माष्टमी में यंगस्टर्स के बीच पहुंच गया. और उसने जानना चाहा कि भगवान कृष्ण की कौन सी खास बात उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित करती है.

जिंदगी के करीब भगवान कृष्ण का characterबीटेक कर रहे अमित भगवान कृष्ण को अपना रोल मॉडल मानते हैं। वह कहते हैं कि, हमने उनके बारे में जितना सुना है या जाना है उसमें यह बात साफ है कि उन्होंने हर कठिन से कठिन परिस्थिति में भी चीजों को बखूबी टेकल किया है। दूसरी जो इंपॉर्टेट बात है कि उनकी जिंदगी हमारे बेहद करीब लगती है। उनकी जिंदगी में भी दोस्त था, प्यार था, मुसीबतें भी रही हैं ठीक वैसा ही देखिए हमारे साथ भी है। हम लोगों को भी अपनी जिंदगी में इन चीजों को सामना करना पड़ता है। अमित यह भी कहते हैं कि प्रॉब्लम को जिस अंदाज में उन्होंने सॉल्व किया उसका तरीका भी एकदम जेन्युइन लगता है. 

Heroism से भी प्रभावित हैं youngsters

आई नेक्स्ट ने जन्माष्टमी पर सिटी के यंगस्टर्स से बात की। उनसे पूछा कि आखिर भगवान कृष्ण का कौन सा रूप उनको सबसे बेहतरीन लगा है। हमने उनके चार रूप ऑप्शन में दिए। फस्र्ट फ्रेंडशिप, सेकंड प्रेमी, थर्ड डिसीजन मेकर व फिफ्थ उनका हिरोइज्म अंदाज। खास बात यह रही कि सबसे ज्यादा यंगस्टर्स को उनको फ्रेंडशिप और पे्रमी का रूप सबसे खास लगता है। वहीं प्रोफेशनल फील्ड में इंट्री कर चुके कुछ यंगस्टर्स  डिसीजन मेकर कैरेक्टर से बेहद प्रभावित हैं। वहीं उनका हीरोइज्म एक ऐसा रूप था जिसको सभी ने पंसद किया. 

कृष्ण के different रूप

- फ्रेंड-24 प्रतिशत   

-पे्रमी का रूप- 27प्रतिशत  

-ए डिसीजन मेकर- 32 प्रतिशत  

-हीरोइज्म- 17 प्रतिशत 

(यह आंकड़ा यंगस्टर्स से बातचीत पर आधारित है)

इस सर्वे के दौरान यंगस्टर्स में बातचीत में 24 प्रतिशत यंगस्टर्स ने कहा कि दोस्ती को निभाने का तरीका इंप्रेस करता है, वहीं 27 प्रतिशत ने प्रेमी के तौर पर उनके क्रेजी हैं। वहीं 32 प्रतिशत ऐसे रहे हैं जो एक अच्छा डिसीजन मेकर मानते हैं, वहीं 17 प्रतिशत उनके हीरोइज्म से बेहद इंप्रेस नजर आए। खास बात यह है कि बातचीत में भले ही भगवान कृष्ण का हीरोइज्म फोर्थ नंबर पर रहा हो, लेकिन यंगस्टर्स ने इस अंदाज को काफी पंसद किया. 

मुझे भगवान कृष्ण का सबसे अच्छा रूप दोस्ती वाला लगता है। सुदामा से बचपन की दोस्ती को उन्होंने जिस अंदाज में निभाया है वह काबिले तारीख है। मुझे वह काफी इंरपे्रस करता है. 

-भोला सरोज 

-उनकी बाल लीला हो, राधा से प्रेम हो या फिर फिर युद्ध की कूटनीति हर जगह उनका रोल शानदार रहा है। उनके अंदर एक हीरोइज्म रहा है जो मुझको बहुत इंप्रेस करता है। मैं तो उनको अपना रोल मॉडल मानता हूं. 

-बाल मुकुंद गौड़ 

-मैं जितना जानती हं उसमें परफेक्ट टाइम पर परफेक्ट डिसीजन लेने की उनकी कला सबसे बेहतरीन लगती है। महाभारत के युद्ध में भी कर्ण को अर्जुन से हराने के लिए उन्होंने क्विक डिसीजन लिया था. 

श्वेता कुमारी 

-नो डाउट, यंगस्टर्स भगवान कृष्ण को अपना रोल मॉडल मानते है। जिस अंदाज में उन्होंने फ्रेंडशिप निभाई थी हर कोई आज भी इसका एग्जाम्पल देता है. 

-इशिका श्रीवास्तव 

-मैंने जितने भी सीरियल में उनके जीवन को देखा है वह काफी अपीलिंग लगते है। खास बात यह की लगता ही नहीं है कि हम किसी मेथोलॉजिकल घटना को देख रहे है. 

-रितु सिंह 

-मुझे सबसे अच्छा उनका प्रेम का तरीका लगता है। यही कारण है कि उनके बाद हजारों प्रेम कहानियां लोगों के सामने आई लेकिन फिर भी कृष्ण राधा के प्रेम को लोग आज भी बतौर एग्जाम्पल याद करते है. 

-आदित्य कुमार 

-मुझे लगता है कि दुनिया के हर देश में कृष्ण के अनुयायी है। सबसे बड़ा कारण जो मुझको लगता है वह यह है कि उनकी जिंदगी की घटनाएं एकदम रियलिस्टिक लगती है, जो किसी के साथ भी हो सकती है. 

-प्रमोद कुमार 

 

-भगवान कृष्ण के पूरे जीवन को जब हम देखते हैं तो उसमें जिंदगी की उमंग, मस्ती, ख्वाब, मुश्किलें सब नजर आती है। यहीं कारण है कि हम उनको ज्यादा नजदीक हो जाते है। एक अच्छे दोस्त का उनका रोल शानदार रहा है. 

-मनीषा गौड़ 


Posted By: Inextlive