Allahabad: कोई स्टेयर्स पर बैठा था तो कोई कांफ्रेंस हाल के बाहर कॉरीडोर में बेचैन टहल रहा था. मार्निंग में साढ़े आठ बजे ही कैंपस में पहुंच गये थे लेकिन काउंसलर्स वेरीफिकेशन शुरू ही नहीं कर रहे थे. वेट करते-करते दोपहर हो गयी और फिर शाम. इसके बाद भी इंतजार खत्म नहीं हुआ. पूरा दिन वेस्ट हो गया. ऐसा ही सिनेरियो था मंडे को लगभग सभी काउंसलिंग सेंटर्स का. फस्र्ट डे यहां मार्निंग से ही कैंडीडेट्स पहुंचने लगे थे. नौ बजे से वेरिफिकेशन शुरू होना था. लेकिन कांफ्रेंस हाल पहुंचने पर बताया गया कि लखनऊ से सर्वर ही नहीं आन हुआ है. जैसे ही आन होगा वेरिफिशन शुरू हो जायेगा. इसके बाद शुरू हुआ इंतजार का सिलसिला ईवनिंग तक नहीं खत्म हुआ.


लखनऊ से थी problem 

काउंलर्स ने कैंडीडेट्स को बताया कि प्राब्लम लखनऊ से है। वहां से सर्वर ही नहीं आन किया गया है। डिस्ट्रिक्ट के किसी भी काउंसलिंग सेंटर पर वेरिफिकेशन शुरू नहीं हो पा रहा है। जीबीटीयू का आनलाइन वर्क एनआईसी के थ्रू होता है। उसका हर साल का यही रोना है। लास्ट दस साल से फस्र्ट डे काउंसलिंग में कोई न कोई ट्रबल आ ही जाती है.

Changed procedure बना drawback


स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम्स को देखते हुए इस बार काउंसलिंग प्रोसीजर में थोड़ा चेंज किया गया है। इसके तहत अब कोई भी कैंडीडेट काउंसलिंग के लिए डिसाइडेड डेट्स में कभी भी एपियर हो सकता है। वेरिफिकेशन के बाद इस टाइम पीरियड में किसी भी दिन कालेज लॉक कर सकता है। ओल्ड प्रोसीजर में पहले हाई रैकंर्स को प्रिफरेंस देते हुए पर डे लिमिटेड संख्या में कैंडीडेट्स को काल किया जाता था। उसी दिन उस कैंडीडेट को कालेज लाक करना पड़ता था और उसका रिजल्ट भी पता चल जाता था। काउंसलिंग का नया प्रोसीजर ही कैंडीडेट्स के लिए ड्रा बैक बन गया। लखनऊ में बैठे युनिवर्सिटी के काउंसलिंग कमेटी मेबर्स और एनआईसी के आफिसर्स शायद रिलैक्स मूड में हैं। तभी तो काउंसलिंग के फस्र्ट डे वह सर्वर ही आन करना भूल गये.

पहले धूप फिर बारिश

डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन शुरू होने का वेट कर रहे कैंडिडेट्स व उनके गार्जियंस को पहले धूप, फिर बारिश ने परेशान किया। सुबह से दोपहर तक धूप खिली थी। गर्मी से परेशान कैंडीडेट्स गला तर करने के लिए वाटर कूलर के पास जद्दोजहद करते रहे। दोपहर बाद बारिश शुरू हो गयी तो बाहर खुली हवा में घूमकर टाइम पास कर रहे कैंडीडेट्स को कांफ्रेंस हाल में कैद हो जाना पड़ा.

आज से college lock कर सकेंगे candidates


एसआईईटी के चीफ एडमिन आफिसर आरके सिंह ने बताया कि डाक्यूमेंट का वेरीफिकेशन 16 जुलाई तक होना है। च्वाइस लॉकिंग 9 जुलाई ट्यूजडे से शुरू होकर 17 जुलाई तक चलेगी। इसके नेक्स्ट वीक यानि 23 जुलाई को रिजल्ट डिक्लेयर किया जायेगा.

Home city को last preference

वो हैं तो इलाहाबाद के ही, लेकिन कॉलेज चाहते हैं गाजियाबाद, नोएडा, या सुल्तानपुर का। होम सिटी में गवर्नमेंट व प्राइवेट को मिलाकर दर्जनभर से अधिक कालेज हैं। लेकिन, इलाहाबादी कैंडीडेट्स ने इन्हें लास्ट प्रिफरेंस पर रखा है। मंडे को डाक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन कराने पहुंचे कैंडिडेट्स ने आईनेक्स्ट रिपोर्टर से बातचीत के दौरान अपनी पसंद शेयर की.

Certificate asked

एडमिट कार्ड, रजिस्ट्रेशन स्लिप, काउंसलिंग लेटर, क्वालिफाइंग एग्जाम की मार्कशीट, हाईस्कूल सर्टिफिकेट, मेडिकल सर्टिफिकेट, डोमेसाइल, कैटेगरी सर्टिफिकेट, सब कैटेगरी, इनकम सर्टिफिकेट, जीडीडीए कैटेगरी सर्टिफिकेट, रूरल वेटेज सर्टिफिकेट आदि के साथ आने के लिए कैंपस में नोटिस बोर्ड पर स्लिप चस्पा की गयी थी.

Get it on your finger tip


-कोई भी कैंडीडेट किसी भी काउंसलिंग सेंटर पर डाक्यूमेंट का वेरीफिकेशन करा सकता है
-डाक्युमेंट वेरिफिकेशन का कार्य 16 जुलाई तक होगा
-वेरिफिकेशन के वक्त देना होगा पांच सौ रुपए का ड्राफ्ट और मोबाइल नम्बर
-कैडीडेट के मोबाइल नंबर पर आएगा वन टाइम कोड
-इसी कोड के माध्यम से कैंडीडेट अपनी च्वाइस का कालेज आनलाइन लॉक कर सकेगा
-17 जुलाई तक कैंडीडेट्स कर सकेंगे कालेज लॉक
-किसे कौन सा कालेज मिला, 23 जुलाई को पता चलेगा

Posted By: Inextlive