ALLAHABAD: मतदान के महापर्व में हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाने को तैयार है. बुधवार को रवानगी स्थल पर सरकारी कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ चुनाव ड्यूटी के लिए सुबह से ही पहुंचने लगे. हालांकि इसमें कुछ ऐसे भी रहे जिनकी ड्यूटी तो नहीं लगी थी लेकिन मां के रहना उनकी मजबूरी थी. जी हां! हम बात कर रहे हैं उन बच्चों की जिनकी मां को मतदानकर्मी बनाया गया था. मां के साथ आने वाले कुछ बच्चे तो ऐसे थे जो इतने छोटे थे कि मां उन्हें छोड़ नहीं सकती थी तो कुछ इस मजबूरी में आए थे कि घर में उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं था.

पोलिंग पार्टियों की रवानगी में महिलाओं के साथ पहुंचे बच्चे

पोलिंग स्टेशनों के लिए मां के साथ पोलिंग टीम के साथ हुए रवाना

 

गर्मी और भीड़ से हुए परेशान
पोलिंग पार्टियों की रवानगी के लिए प्रशासन की ओर से केपी इंटर कालेज, भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कालेज और परेड ग्राउण्ड से रवानगी और मतदान के लिए आवश्यक सामानों के वितरण की व्यवस्था की गई थी। रवानगी से पहले सभी आवश्यक कार्यो और सामानों के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। इस कारण महिला कर्मचारियों के साथ रवानगी स्थल पर पहुंचे बच्चों को गर्मी और भीड़ के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

 

घर में कोई नहीं, साथ लाना मजबूरी
महिला कर्मचारियों ने बताया कि घर में बच्चों की देखभाल के लिए कोई मौजूद नहीं है। इस कारण उन्हें मजबूरी में बच्चों को पोलिंग पार्टियों के रवानगी स्थल तक लेकर आना पड़ा। इसमें कई ऐसी महिला कर्मचारी भी शामिल थीं, जिनके पति भी चुनाव ड्यूटी में लगे हैं। दोनों की ड्यूटी होने के कारण मां को बच्चे को साथ लाना पड़ा।

Posted By: Inextlive