एडीएम ई ने किया एनजीओ दीप जन कल्याण समिति का इंस्पेक्शन

निरीक्षण से पहले समिति में और बाद में बाहर घूम रहा था एक बच्चा

BAREILLY: घर से बिछड़े बच्चों के कल्याण के लिए काम करने वाली एनजीओ दीप जन कल्याण समिति जिस तरह से काम कर रही है, उससे तो बच्चों का कल्याण होना मुश्किल ही लगता है। वेडनसडे को एडीएम ई अरुण कुमार के निरीक्षण के दौरान जो बच्चा समिति में मौजूद था वो कुछ देर बाद एनजीओ के स्टाफ के साथ बाइक पर आराम से बाहर घूम रहा था। एडीएम ई ने उन्हें खुद देखा लेकिन उनको देखकर तुरंत दोनों वहां से रफूचक्कर हो गए। इससे पहले निरीक्षण के दौरान वहां मौजूद बच्चों के कपड़े फटे मिले। वहीं क्लास में बच्चों की फटी कॉपियां भी बयां कर रहीं थीं कि वहां किस तरह से पढ़ाई करवाई जा रही है। हालांकि निरीक्षण की खबर एनजीओ को पहले से थी इसलिए सब कुछ ठीक करने की कोशिश भी की गई, लेकिन फिर भी कई कमियां सामने आई। एडीएम ई ने एनजीओ से पूरी रिपोर्ट मांगी है और साफ-सफाई को जल्द से जल्द दूर करने के सख्त निर्देश दिए हैं।

ख्भ् बच्चे हैं एनजीओ में

संजयनगर में किराए के मकान में चल रही इस एनजीओ में मां-बाप से बिछड़े व बाल श्रम के दौरान छुड़ाए गए करीब ख्भ् बच्चे रहते हैं। एडीएम ई ने बच्चों से उनकी प्रॅाब्लम भी पूछी लेकिन ऐसा लगा कि जैसे बच्चों को पहले ही ट्रेंड कर दिया गया हो। एक ही बच्चे को इशारा कर उठाया गया, जोकि बाद में घूमता मिला। एनजीओ के संचालक अनीश ने एडीएम को बताया कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार के माध्यम से पर बच्चा डेली फ्भ् रुपए का खर्च दिया जाता है। इसके अलावा क्0 हजार रुपए किराए पर ही मकान ले सकते हैं। एनजीओ का कहना है कि कई बच्चों को उनके घर छोड़ने का प्रयास किया जाता है, लेकिन कई बच्चे जाना ही नहीं चाहते और कई के पेरेंट्स उन्हें नहीं रखना चाहते हैं। एडीएम ने निर्देश दिया कि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को उनके घर भेजने का प्रयास किया जाए।

Posted By: Inextlive