यूं तो बरेली जोन की पुलिस पर समय-समय पर आरोप लगते रहते हैं. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों को ढेर करने में जोन की पुलिस प्रदेश में तीसरे नंबर है.

बरेली(ब्यूरो)। यूं तो बरेली जोन की पुलिस पर समय-समय पर आरोप लगते रहते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों को ढेर करने में जोन की पुलिस प्रदेश में तीसरे नंबर है। पहले नंबर पर मेरठ पुलिस और दूसरे नंबर पर आगरा पुलिस है। पिछले पांच साल में बरेली जोन में हुई 1497 मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने सात बदमाशों को मार गिराया वहीं 437 बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हुए और 3410 बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। जोन में स्मैक तस्करी और गोकशी का धंधा बड़े पैमाने पर होता है। जिस पर अंकुश लगाने के लिए बरेली पुलिस हर संभव प्रयास में जुटी है। वर्ष 2017 से अब तक बरेली जोन की पुलिस की बदमाशों से 1497 बार आमने-सामने की मुठभेड़ हुई है। जिसमें पुलिस ने सात बदमाशों को मौके पर ही मार गिराया। जबकि 3410 बदमाशों को अरेस्ट कर जेल भेजा।

एक पुलिसकर्मी भी शहीद
बीते सवा पांच वर्ष में पुलिस ने स्मैक और गोतस्करों की कमर तोड़ दी। मुठभेड़ों में जहां पुलिस ने सात बदमाशों को मार गिराया, वहीं 437 अपराधियों को पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। ऐसा नहीं कि पुलिस की गोली से सिर्फ अपराधी ही मारे गए या घायल हुए हैं। बदमाशों की ओर से की गई फायरिंग में जहां एक पुलिसकर्मी शहीद हुआ। वहीं 296 पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हुए।

वर्ष 2022 मेें 20 से ज्यादा मुठभेड़
बरेली जिले में वर्ष 2022 में पुलिस और बदमाशों के बीच 20 से ज्यादा मुठभेड़ हुईं। जिसमें में पुलिस की गोली से करीब 50 से ज्यादा बदमाश घायल हुए। वहीं 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हुए। वर्ष 2023 में फरवरी माह की शुरूआत में पशुधन मंत्री के गांव में बड़े पैमाने पर गोकशी की घटना के बाद पुलिस हरकत में आई और हर दूसरे दिन में मुठभेड़ हुई। मात्र 15 दिन में सात बार बदमाशों से मुठभेड़ हुई। जिसमें पुलिस की गोली लगने से 13 गोतस्कर घायल हुए। वहीं एक पीआरडी जवान भी बदमाशों की गोली से घायल हुआ।

मेरठ पहले और आगरा दूसरे स्थान पर
मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों से लोहा लेने में मेरठ पुलिस सबसे आगे है। मेरठ पुलिस की अपराधियों से 3152 बार मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस ने 63 बदमाशों को ढेर कर दिया। साथ ही 1708 घायल हुए और 5967 को गिरफ्तार कर जेल भेजा। वहीं एक पुलिसकर्मी शहीद हुआ और 401 पुलिसकर्मी घायल हुए। प्रदेश में दूसरे नंबर पर आगरा की पुलिस है। वर्ष 2017 के बाद से आगरा पुलिस की बदमाशों से 1844 मुठभेड़ हुईं है। जिसमें 14 अपराधियों को मार गिराया और 4654 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। 258 अपराधी घायल हुए तो 55 पुलिसकर्मी भी घायल हुए।

बोले अधिकारी
प्रदेश में तीसरा स्थान मिलने का मतलब है कि बरेली जोन की पुलिस पूरी ईमानदारी और लगन से अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही है। उसी का नतीजा है कि जोन में क्राइम काफी कम हो गया है। आगे भी पुलिस ऐसी ही कार्य करती रहेगी।
पीसी मीना, एडीजी बरेली जोन

Posted By: Inextlive