शहर में लगातार गायब हो रहे हैं बच्चे
-ऑपरेशन मुस्कान के बाद बच्चों की तलाश भूल जाती है पुलिस
-4 बच्चों का अपहरण करने वाले विजय को पुलिस ने भेजा जेलBAREILLY: घर के बाहर आपका बच्चा खेल रहा है या कोई सामान लेने गया है तो सतर्क रहें। क्योंकि न जाने कब आपका बच्चा अचानक गायब हो जाए। शहर में लगातार प्रत्येक वर्ष कई बच्चे गायब हो जाते हैं। इनमें कई बच्चे घिनौनी वारदात का शिकार हो जाते हैं तो कई बच्चों का सुराग ही नहीं लगता है। पुलिस-प्रशासन भी ऑपरेशन मुस्कान के दौरान थोड़ी तेजी दिखाती है, लेकिन उसके बाद बच्चों की तलाशी को भूल जाती है। बीते 3 वर्षो में 48 बच्चे लापता हुए, जिसमें से 35 बच्चे बरामद हो गए, लेकिन 13 बच्चों का कोई भी सुराग नहीं लग सका। कुछ इसी तरह से बारादरी में विजय ने एक साथ 4 बच्चों का अपहरण किया था, लेकिन मोहल्ले वालों की सतर्कता से सभी बच्चे बरामद हो गए। पुलिस ने अपहरणकर्ता विजय को पूछताछ के बाद फ्राइडे जेल भेज दिया है।
विजय की कहानी नहीं हो रही हजमपुलिस पूछताछ में विजय ने बताया कि वह प्राइवेट सफाईकर्मी है। उसका भाई अजय विकास भवन में सफाईकर्मी है। उसका छोटा भाई विनीत होटल में काम करता है। उसकी मां सरोज है और पिता जगदीश की मौत हो चुकी है। वह शराब पीता है। वह जब भी कूड़ा बीनने के लिए जाता है तो उसे बच्चे मिल जाते हैं। बच्चे उससे चीज की डिमांड करते हैं तो वह उन्हें चीज दिला देता है। थर्सडे को भी वह हजियापुर में था। उससे बच्चे ने चीज की डिमांड की तो वह बच्ची को लेकर चल दिया, जिसके बाद उसे लोगों ने पकड़वा दिया। विजय की यह कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। पुलिस ने उसके मोहल्ले में भी पूछताछ की तो पता चला कि उसके घर वाले उससे परेशान हैं। बताया जा रहा है कि उसने किसी फिल्म से बच्चों के अपहरण की कहानी देखी थी, जिसमें बच्चों से भीख मंगवाई जाती है। ऐसे में, सवाल खड़े होते हैं कि क्या सच में विजय किसी बच्चा चोर गैंग से जुड़ा हुआ था या फिर उसकी मंशा बच्ची के साथ कुछ गलत हरकत करने की थी, लेकिन उससे पहले ही वह पकड़ा गया। पुलिस ने पूरी रिपोर्ट तैयार कर डीजीपी ऑफिस भेज दी है।
कोहिनूर का नहीं लगा सुरागबिथरी चैनपुर के मनपुरिया में 21 अगस्त 2016 को घर के अंदर परिवार के साथ सो रही 8 वर्षीय कोहिनूर अचानक गायब हो गई थी। पुलिस डेढ़ माह बाद भी कोहिनूर का सुराग नहीं लगा सकी है। इसी तरह से कई अन्य बच्चे भी गायब हुए, जिनका पुलिस सुराग नहीं लगा सकी। सुभाषनगर के रहने वाले एक शख्स का बेटा कई वर्षो से गायब है। उसे फर्जी धमकी भी मिल चुकी हैं, लेकिन पुलिस उसके बेटे की तलाश नहीं कर सकी है।
बीते तीन वर्ष में बच्चों के अपहरण के मामले वर्ष गायब वापस 2017 16 9 2016 18 15 2015 14 11 विजय से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। आशंका है कि विजय ने बच्चे के साथ बुरी नीयत से अपहरण किया था। रोहित ंिसह सजवाण, एसपी सिटी