Bareilly : आमतौर पर 'अमावस की रात' का नाम आते ही जादू-टोने और अंधविश्वास की बात मन में कौंधने लगती हैं लेकिन बरेली पुलिस के लिए 'अमावस की रात' चुनौती बनती जा रही है. 'अमावस की रात' का खौफ पुलिस में इस कदर हावी है कि रात में ऑफिसर्स खुद गश्त कर रहे हैं. सभी थाना प्रमुखों को भी अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है. पुलिस की अलर्टनेस को अपराधियों ने फिर चुनौती दे डाली और शाही में एक युवक की हत्या कर दी गई. इसके अलावा थर्सडे बीता भी नहीं था कि भुता में भी एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई.


एक के बाद एक वारदात पिछले दिनों सिटी में अमावस की रात को लगातार वारदातें होने से बरेली पुलिस के मन में भी इसका डर घर कर गया है। कई बार अधिकारियों के आफिस के बाहर लोग प्रदर्शन करते हैं। व्यापारी संगठन भी केस ओपन करने की डिमांड लेकर पहुंचते हैं। यही नहीं मामला बरेली से लेकर लखनऊ तक पहुंच जाता है। अंधेरा भी बड़ा कारण


अमावस की रात को हर तरफ घना अंधेरा होता है। अंधेरी रात में चोर फायदा उठाते हैं। उन्हें भागने में आसानी होती है। सिटी में बिजली व्यवस्था भी ठीक नहीं है। रात में कई-कई घंटे की कटौती की जाती है। इसका भी चोर-बदमाश फायदा उठाते हैं। लगातार कई महीनों से हो रही वारदातों के बाद अब पुलिस को इससे डर लगने लगा है। इसलिए रात भर गश्त की जा रही है। अमावस की रात या उससे आगे-पीछे की रात में 5 व 6 अगस्त को सिटी के बारादरी में एक साथ कई दुकानों में चोरी की वारदात हुई तो भोजीपुरा में क्राइम ब्रांच की टीम पर ही बदमाशों ने हमला कर दिया। रात भर चेकिंग

1 जनवरी की रात न्यू ईयर के साथ 'अमावस की भी रात' थी। यही वजह रही कि एसएसपी ने सभी अधिकारियों को नाइट में पूरी रात चेकिंग का आदेश जारी किया। वह खुद सड़क पर निकल गए। एसपी रूरल, एसपी सिटी, समेत सभी एसएचओ को भी रात भर गश्त का आदेश जारी किया। सुबह चार बजे तक गश्त भी की गई लेकिन पुलिस को जिसका डर था हुआ वही। शाही में शारदा नहर के किनारे युवक की लाश मिली है। युवक के शरीर में पीठ व सीने पर चोट के निशान हैं। युवक की पहचान नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

Posted By: Inextlive