-पोस्टमार्टम ड्यूटी करने के बजाए बिना बताए दो दिन की छुट्टी पर गए

-पूछताछ में कहा नहीं करूंगा ड्यूटी, सीएमएस ने काटा दो दिन का वेतन

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पेशेंट्स के इलाज के नाम पर मजाक कर रहे डॉक्टर्स की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है। जिंदा पेशेंट्स ही नहीं अब तो डेडबॉडी बन चुके केसेज में फर्ज निभाने में डॉक्टर्स फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट व आई स्पेशलिस्ट डॉ। हर्षवर्धन का ड्यूटी में धांधली करने का मामला सीएमएस की पकड़ में आया है। डॉ। हर्षवर्धन दो दिन पोस्टमार्टम करने की ड्यूटी निभाने के बजाए बिना बताए छुट्टी पर चले गए। साथ ही दो दिन पेशेंट्स देखने का झूठा आंकड़ा भी पेश कर दिया। फर्जीवाड़ा पकड़ में आने पर सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी ने डॉ। हर्षवर्धन को फटकार लगाई और उनकी दो दिन की सेलरी काटने के निर्देश दिए हैं।

गैरमौजूदगी में देखे पेश्ेांट्स

डॉ। हर्षवर्धन को ख्ब् व ख्भ् जून को पोस्टमार्टम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन डॉ। हर्षवर्धन बजाए ड्यूटी करने के दो दिन बिना सीएमएस को इंफॉर्म किए छुट्टी पर चले गए। सिर्फ इतना ही नहीं ख्म् जून को आकर डॉ। हर्षवर्धन ने डेली डायरी में ओपीडी में ख्क्ब्ख् पेशेंट्स देखने का झूठा रिकार्ड तक दर्ज कर डाला। ख्7 जून को सीएमएस के सामने फर्जीवाड़ा पकड़ में आने पर डॉ। हर्षवर्धन की 'मेहनत' का खुलासा हुआ।

ड्यूटी करने से िकया इंकार

ड्यूटी न करने, बिना बताए छुट्टी पर जाने और पेशेंट्स देखने के झूठे आंकड़े दर्ज कराने वाले डॉ। हर्षवर्धन फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बावजूद तेवर में दिखे। सीएमएस ने जब उनसे पोस्टमार्टम करने को कहा तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। बतौर स्टाफ डॉ। हर्षवर्धन ने साफ कहा कि ख्फ् साल में एक बार भी पोस्टमार्टम नहीं किया तो अब भी नहीं करूंगा। इस पर सीएमएस ने लखनऊ से जीओ मंगाकर डॉ। हर्षवर्धन को उनकी ड्यूटी के बारे में बताया, जिसमें साफ लिखा था कि 7 साल में 700 से ज्यादा मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने वाले आई स्पेशलिस्ट पोस्टमार्टम कर सकते हैं।

डॉ। हर्षवर्धन पोस्टमार्टम करने के बजाए बिना बताए छुट्टी पर चले गए। उन्होंने पेश्ेांट्स देखने के झूठे आंकड़े दिए। उनकी दो दिन की सेलरी काटने के निर्देश दिए गए हैं। - डॉ। आरसी डिमरी, सीएमएस

Posted By: Inextlive