Bareilly: आरयू के एक स्टूडेंट ने अपने पैशन को स्टडी बनाया और उससे लोगों के लिए सॉल्यूशंस खोजने की कोशिश की. बीटेक का यह स्टूडेंट थ्री इडियट्स फिल्म की सीख पर चलता हुआ नजर आ रहा है कि ज्ञानी बनो सफलता अपने आप मिलेगी. उसकी बुक बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में लॉन्च होने जा रही है. एनर्जी कंजर्वेशन पर बेस्ड इस बुक का इनॉग्रेशन डेविड विटेनबर्ग के हाथों हो सकता है. विटेनबर्ग इस समय इनोवेशन वर्कग्रुप के सीईओ और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी यूएसए के विजिटिंग प्रोफेसर हैं. बीएचयू के आईटी डिपार्टमेंट में बुक की लॉन्चिंग 14 जनवरी 2012 तय की गई है. बुक का टाइटल 'स्मार्ट ग्रिड-फिक्शन ऑर फ्यूचर है.


Solution of power crisisइस बुक को आरयू में बीटेक स्टूडेंट अमरेंद्र पाल ने लिखा है। बुक में स्मार्ट ग्रिड के थ्रू इंडिया में बिजली की कटौती की प्रॉब्लम को दूर करने के बारे में बताया गया है। अमरेंद्र ने इसमें अपने 9 रिसर्च पेपर्स की समरी भी शामिल की है। ये पेपर्स पावर क्राइसिस पर बेस्ड हैं। इनके थ्रू एनर्जी कंजर्वेशन के बेसिक तरीके बताए गए हैं। साथ ही रिन्यूएबल एनर्जी रिसोर्सेस के बारे में बताया गया है कि किस तरह उनका यूज करके ट्रेडीशनल एनर्जी का कंजर्वेशन किया जा सकता है। इस बुक से न केवल रिसर्च स्कॉलर्स को बल्कि साइंटिस्ट्स को भी इस फील्ड मे रिसर्च करने में काफी हेल्प मिल सकती है।हर situation में fit
इस बुक में उन टेक्नोलॉजीज के बारे में बताया गया है जिनका यूज करके पावर कट से राहत मिल सकती है। चाहे आंधी आए या बारिश हो रही हो, बिजली नहीं कटेगी। साथ ही ऐसे सिस्टम के बारे में बताया गया है जिसमें कंज्यूमर को प्रॉब्लम होने पर ऑपरेटर को खुद-ब-खुद पता चल जाएगा। कंज्यूमर को कंप्लेन न करनी पड़े। बिजली चोरी करने वाले को सबक सिखाने के लिए भी एक टेक्नोलॉजी के बारे में बताया गया है। इसके जरिए बिजली चोरी होते ही चोरी करने वाले के सारे इलेक्ट्रॉनिक आयटम्स खराब हो जाएंगे।Smart cityइस सॉफ्टवेयर की हेल्प से सॉफ्टवेयर सिटी या स्मार्ट सिटी डेवलप की जा सकती है। इस सिटी में सब कुछ ऑटोमेटिक होगा। इस समय सबसे ज्यादा एनर्जी लॉस पुअर प्लानिंग ऑफ नेटवर्किंग की वजह से होता है। इसलिए वायरलेस पावर ट्रांसफर एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है। वायर्स में जाने से जो एनर्जी वेस्ट होती है वह बच सकती है। इस सिस्टम में ऐसा तरीका बताया गया है जिससे पीक कंज्यूमिंग टाइम में अलग तरह की पावर भेजी जाए और नॉर्मल टाइम में अलग तरह की। इससे भी एनर्जी सेविंग की जा सकती है। डेढ़ साल में लिखी bookअमरेंद्र कुमार पाल आरयू में बीटेक सेकेंड इयर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट हैं। वह अब तक नेशनल और इंटरनेशनल लेवल की सेमिनार्स, कॉन्फ्रेंस और वर्कशॉप्स में 9 रिसर्च पेपर प्रेजेंट कर चुके हैं। अमरेंद्र ने इन पेपर्स में स्मार्ट ग्रिड, सोलर एनर्जी और ग्रीन हाउस गैसेस पर काम किया है। इस बुक को लिखने में अमरेंद्र को करीब डेढ़ साल का समय लगा। बुक को कानपुर का निहारिकांजलि पब्लिकेशन पब्लिश कर रहा है। अमरेंद्र को अपने स्कूल डेज में भी साइंस एग्जिबिशन एंड सेमिनार्स में अवाड्र्स मिल चुके हैं।

Posted By: Inextlive