पहले खुद करता था तस्करी बाद में पत्नी व दोनों बेटे भी करने लगे तस्करी पढेरा का पूर्व प्रधान का शाहिद और भमोरा के तस्कर हरप्रसाद का भी पूरा परिवार करता था तस्करी

बरेली(ब्यूरो)। हर कोई अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के साथ ही बेहतर इंसान बनाने का सपना देखता है। कोई ये नहीं चाहता कि उसका बेटा जेल जाए। लेकिन पैसे की खातिर व्यक्ति कुछ भी करने को तैयार हो जाता है। इसका जीता-जागता उदाहरण लक्ष्मपुर निवासी स्मैक व अफीम तस्कर कल्याण उर्फ कल्लू है। उसने पैसे की खातिर अपने पूरे परिवार को जुर्म की दलदल में धकेल दिया। पैसे के लालच में पत्नी कमलेश और दोनों पुत्र दीपक व नवल को भी स्मैक तस्कर बना दिया। रविवार की रात एएनटीएफ मेरठ की टीम और आंवला पुलिस ने सरगना कल्याण समेत उसकी पत्नी, दोनों बेटों और दो गुर्गों को अरेस्ट कर लिया। लेकिन गिरफ्तारी के बाद भी उसके चेहरे पर कोई शिकन तक नहीं थी।

चार माह पहले ग्रामीणों की नजर में आया
परिवार संग रविवार की रात पकड़ में आया लक्ष्मपुर निवासी स्मैक व अफीम तस्कर तीन वर्ष पूर्व इस धंधे से जुड़ा था। किसी को उसकी भनक तक नहीं थी कि वह स्मैक तस्करी करता है। दो वर्ष में उसने कृषि की काफी जमीन खरीदने के साथ ही कई फोर व्हीलर वाहन खरीदे। इसके अलावा करीब तीन बीघा जमीन में आलीशान कोठी का निर्माण कराया तो वह गांव के लोगों की नजर में चढऩे लगा। चार माह पहले बेटे दीपक की शादी में उसने बेतहाशा पैसा खर्च किया तो गांव के लोगों की नजर में चढ़ गया। किसी ने उसकी मुखबिरी की तो पता चला कि आरोपित परिवार के साथ घर पर ही स्मैक व अफीम बनाने की फैक्ट्री चला रहा है। पुलिस की मिलीभगत की आशंका के चलते मुखबिर ने एएनटीएस मेरठ की टीम को सूचना दी। जिस पर मामला पकड़ में आ सका।

पुत्रवधू का चाचा भी तस्कर
पुलिस के अनुसार, तीन-चार माह पहले आरोपित कल्याण ने अपने बड़े बेटे दीपक की शादी की थी। आरोपित ने पूछताछ के दौरान बताया था कि पुत्र की शादी में स्कॉर्पियो मिली थी। जांच में पता चला कि उसकी पुत्रवधू का चाचा भी एनडीपीएस एक्ट में जेल जा चुका है।

पहले भी दो परिवार पकड़ में आए
जिले में यह पहला मामला नहीं है कि पूरा परिवार ही स्मैक व अफीम तस्कर हो। इससे पहले भी वर्ष 2021 में फतेहगंज पूर्वी के गांव पढेरा निवासी पूर्व प्रधान शहीद खां उर्फ छोटे व उसका भतीजा 20 किलो स्मैक के साथ पकड़ में आया था। जांच में सामने आया था कि पूर्व प्रधान की दोनों पत्नियां भी स्मैक तस्करी करती थीं। इसके अलावा भमोरा थाना क्षेत्र के गांव मिलक मझारा गांव में पुलिस ने वर्ष 2021 में ही अफीम तस्कर हरप्रसाद के घर दबिश देकर उसके बेटे अवधेश, पत्नी पार्वती और पुत्रवधू सोमवती को 500 ग्राम अफीम के साथ अरेस्ट किया था। जांच में उसके घर 40 बीघा जमीन के बैनामे पाए गए थे। ये सारी जमीन उसने वर्ष 2016 से 2020 के बीच खरीदी थी।

वर्जन
यह पहला मामला नहीं है कि पूरा परिवार ही तस्कर हो। इससे पहले वर्ष 2021 में भी दो मामले पकड़ में आए थे। जिनका पूरा परिवार ही धंधे में लिप्त था। जिले में स्मैक व अफीम तस्करों पर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
राहुल भाटी, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive