एम-परिवहन एप से चालान के कोर्ट में दाखिल होने की जानकारी हुई। एसपी ट्रैफिक से फोन करके पूछा गया तो उन्होंंने दारोगा के खिलाफ जांच बैठा दी है।


बरेली (ब्यूरो)। राह में दौड़ती गाड़ियों के चालान आपने सुने होंगे। लेकिन बरेली टै्रफिक पुलिस का कारनामा सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। बरेली ट्रैफिक पुलिस ने घर में खड़ी बुलेरो का चालान हेलमेट में काट दिया। चालान मालिक नेतराम कश्यप को चार महीने तक भनक नहीं लगी। एम-परिवहन एप के जरिये उन्हें मालूम हुआ कि बुलेरो का चालान कटा हुआ है। एसपी ट्रैफिक तक कारनामा पहुंचने के बाद दारोगा के खिलाफ जांच बैठाई गई है।बैठाई गई जांच
एक दिन पहले जीआरपी सिपाही के रंगदारी वसूलने के वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस लापरवाही नई बानगी सामने आई है। बदायूं रोड जागृतिनगर के नेतराम कश्यप सिंहचाई विभाग नलकूप चालक हैं। उनके बेटे राजेश कुमार रोजगार सेवक के पास एक बुलेरो गाड़ी है। उन्होंने बताया कि चार दिन पहले वह एम-परिवहन के एप पर देखने पर उन्हें चालान कटने के बारे में जानकारी हुई। उन्होंने एसपी ट्रैफिक कार्यालय में संपर्क किया। तो 30 मई को कटे चालान अब कोर्ट में दाखिल हो चुका था। नेतराम ने साक्ष्य देते हुए एसपी ट्रैफिक से कहा कि बोलेरो 30 मई को घर के बाहर ही नही गई। एम-परिवहन एप पर कोई तस्वीर भी अपलोड नहीं की गई थी। पूरे मामले में एसपी ट्रैफिक ने दस दिन में मामला निस्तारित करने का आश्वासन दिया है।पहले भी लगते रहे आरोपसांसद धर्मेंद्र कश्यप ने एसपी ट्रैफिक को फोन करके पूछा कि ये आपकी पुलिस क्या कर रही है। चालान बेवजह कटने के आरोप तो लगते रहते थे। लेकिन जो गाड़ी सड़क पर ही नहीं आई। उसका चालान कैसे कटा। वो भी बिना हेलमेट श्रेणी में है। पूरे मामले में एसपी ट्रैफिक खुद जांच कर रहे हैं।'गाड़ी मालिक मुझसे आकर मिले थे। दारोगा महेश चंद ने यह चालान काटा है। उनके खिलाफ मैं खुद जांच कर रहा हूं। लापरवाही मिलने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।'- राममोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक, बरेली

Posted By: Inextlive