केस - 1

इंदिरानगर निवासी गवर्नमेंट टीचर जितेंद्र सिंह की बेटी नम्रता की शादी के लिए 24 मई की डेट फाइनल की गई है। अब फैमिली मेंबर्स को ख्याल आ रहा है कि उस दौरान तो चुनाव की आचार संहिता लागू हो सकती है। ऐसे में जितेंद्र बेटी की शादी की डेट अगले महीने में या अगले लग्न मुहूर्त में निकालने के लिए पंडित से कह चुके हैं। दरअसल उनके सामने प्रॉब्लम है कि अगर शादी की डेट मई में रही और इसी बीच उनकी ड्यूटी भी लग गई तो दिक्कत हो जाएगी। साथ ही आचार संहिता लगने से धूम धड़ाके से शादी भी नहीं हो पाएगी।

केस -2

राजेंद्रनगर निवासी गवर्नमेंट इंप्लाई प्रकाश जोशी के बेटे आकाश की शादी की डेट 17 मई निकाली गई थी। अब इन्हें ख्याल आया कि इलेक्शन के दौरान आचार संहिता के साथ उनकी ड्यूटी भी लग सकती है। ऐसे में प्रकाश को अपने बेटे की शादी में मौजूद ना रह पाने की चिंता है। कई दिनों से पंडितों के चक्कर काट रहे हैं। आखिरकार इनको 23 मार्च की डेट मिली है, लेकिन इनको पहले हुई बुकिंग को कैंसिल कर नए सिरे से सारे अरेंजमेंट कराने में काफी खर्च करना पड़ा।

BAREILLY : चुनाव आचार संहिता और ड्यूटी का खौफ सिटी में बजने वाली शहनाइयों पर नजर आने लगा है। सबसे ज्यादा परेशानी गवर्नमेंट इंप्लाइज को है। इसका असर उनके घर में होने वाली शादियों पर दिख रहा है। तभी तो वे शादी की डेट मार्च और अप्रैल में करवाने के लिए ज्योतिषों के चक्कर लगा रहे हैं। चुनाव आचार संहिता लागू होने, चुनाव होने से शादियों के लिए गाडि़यां मिलने में भी दिक्कत आ सकती है।

सबसे ज्यादा मुहूर्त इस साल

पिछले दस सालों की तुलना में साल ख्0क्ब् में शादी के लिए सबसे ज्यादा मुहूर्त हैं। मुहूर्त की संख्या इस साल करीब क्ख्भ् है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसमें से करीब फ्ख् मुहूर्त केवल अप्रैल और मई में ही हैं। दूसरी ओर इसी दौरान लोकसभा चुनाव भी हो सकते हैं और आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। यही चिंता गवर्नमेंट इंप्लाईज के लिए परेशानी का सबब बन रही है क्योंकि उनको पता है कि चुनाव में उनकी ड्यूटी लगनी तय है। इसी के मद्देनजर अब वे ज्योतिषों से शादी की तारीखें चेंज करने के लिए कह रहे हैं। वहीं अन्य लोग उस दौरान धूमधाम से शादी ना कर पाने की वजह से भी डेट चेंज करना चाहते हैं। उनकी कोशिश यही है कि मार्च या अप्रैल में शादी का लग्न निकले। यहां तक कि कुछ लोग ऐसे हैं जो इन महीनों में डेट न निकल पाने की सूरत में अगले लग्न तक वेट करने को तैयार हैं। ज्योतिषचार्य पं। राजेंद्र त्रिपाठी बताते हैं कि उनके पास अभी तक क्ब् लोगों ने शादी की डेट चेंज कराने के लिए संपर्क किया है।

बढ़ गया किराया

इस बाबत देर से ख्याल आने की वजह से पैरेंट्स को नए सिरे से शादी के लिए होने वाली तमाम अरेंजमेंट्स और बुकिंग्स में पैसा भी अधिक खर्च करना पड़ रहा है। इसमें मैरिज लॉन्स, गाडि़यां, डीजे, बैंड बाजा, फायरव‌र्क्स, बग्घी और लाइटिंग अन्य सभी एक्टीविटीज के लिए खर्च भी अधिक करना पड़ रहा है। मैरिज लॉन्स वालों के पास जाकर लोग केवल दो कमरे ही अबेलेबल कराने की रिक्वेस्ट कर रहे हैं। साथ ही अन्य लोगों का कहना है कि इनके पास लोग आकर केवल घंटे भर के लिए ही अच्छी रकम देने को तैयार हैं, लेकिन हैवी बुकिंग के चलते मैनेज करना मुश्किल हो रहा है।

यह हो सकती हैं प्रॉब्लम्स

दरअसल निष्पक्ष और साफ सुथरे माहौल में इलेक्शन कराने के लिए लगाई जाने वाली आदर्श आचार संहिता के दौरान कई सारी एक्टिीविटीज पर पाबंदी लग जाएगी। इसमें पोलिंग बूथ जिन्हें सेंसेटिव एरिया डिक्लेयर कर दिया गया है वहां से गुजरने पर पाबंदी, धारा क्ब्ब् भी लागू रहेगी। इसके आलावा सबसे बड़ी प्रॉब्लम भारी रकम को लेकर चलने की है। शादी ब्याह के माहौल में लोग खरीदारी करने के लिए काफी पैसे लेकर चलते हैं, ऐसे में चुनाव आचार संहिता लागू होने से उन्हें बेवजह परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा ग्रुप में सिटी में एंट्री करने पर रोक। लाउडस्पीकर का मैक्सिमम रात क्क् बजे तक ही बजाना। जिस दिन इलेक्शन रहेगा उस दिन रुट डायवर्जन और जब तक इलेक्शन होगा उस दौरान ट्रेवेल की प्रॉब्लम। देखा जाए तो पूरी तरह से सब कुछ बैन। इन प्रॉब्ल्म्स को देखते हुए बरेलियंस आचार संहिता लागू होने से पहले या इलेक्शन के बाद शादी प्लान करने की जुगत में लग हुए हैं।

फैमिली में शादी होने की सता रही टेंशन

यूं तो तमाम रीजंस के चलते लोग शादी की डेट चेंज करवाने से कुछ लोग कतरा रहे हैं, लेकिन इलेक्शन में ड्यूटी लगने की टेंशन गवर्नमेंट इंप्लाईज को अधिक सता रही है। इसमें आवास विकास, एजुकेशन, नगर निगम, हेल्थ, बीडीए, कंडक्टर, पुलिस, सिंचाई विभाग, चकबंदी के इंप्लाइज की ड्यूटी लगेगी। इन इंप्लाइज के लिए इलेक्शन के दौरान अपनी फैमिली और करीबी रिलेशन में प्रेजेंट होने की टेंशन सता रही है।

धूम धड़ाका होना जरूरी

सिटी के यूथ का मानना है कि शादी का मतलब ही है फुल टू मस्ती। इस मूमेंट को एंज्वाय करने से कोई भी समझौता नहीं करना चाहता। जबकि आचार संहिता लगने के बाद बैंड बाजा, लाउडस्पीकर के लाउड साउंड और डीजे वगैरह पर लगाम लग जाएगी। जो कि किसी भी शादी के माहौल के लिए जरुरी होता है। इस मूमेंट को फुल टू एंज्वाय करने के लिए यूथ शादी की तैयारियों में जुटे फ्रेंड्स और उनके पैरेंट्स से डेट चेंज कराने की रिक्वेस्ट कर रहे हैं।

अप्रैल और मई में पड़ने वाले शादी की डेट्स-

अप्रैल - क्भ्,क्म्, क्7, क्8, ख्0, ख्ख्, ख्फ्, ख्म्, ख्7, ख्8.

मई - क्, ख्, फ्, 7, 8, 9, क्0,क्क्, क्ख्, क्फ्, क्ब्, क्भ्, क्म्, क्7, क्8, क्9, ख्फ्, ख्ब्, ख्भ्, ख्8, ख्9, फ्0.

डेट चेंज कराने के लिए अभी तक करीब क्क् लोगों ने संपर्क किया है। अधिकतर लोग अप्रैल या फिर अगले लग्न में ही शादी की डेट निकलवाने की रिक्वेस्ट कर रहे हैं।

पं। डॉ। संजय सिंह

हाल ही में क्ब् लोगों ने शादी की डेट चेंज कराई है। इनमें ज्यादातर गवर्नमेंट इंप्लाईज हैं। वहीं कुछ ने डेट वही रखी, लेकिन फेरों के समय में बदलाव कराया है।

पं। राजेंद्र त्रिपाठी

फ्रेंड के भाई की शादी मई में है। उससे शादी की डेट चेंज कराने के लिए कई बार कह चुका हूं। पिछली बार इलेक्शन में चाचा की शादी के दौरान काफी प्रॉब्लम्स आई थीं।

लवी कुमार, स्टूडेंट

शादी में जब तक धूम धड़ाका और शोर शराबा न हो एंज्वायमेंट नहींहोता है। आचार संहिता में यह सब ठप्प हो जाएगा तो शादी में मस्ती नहीं हो पाएगी।

अक्षय राणा, स्टूडेंट

डेट चेंज होने पर मुझसे कई लोग संपर्क कर चुके हैं। डेट चेंज होने की वजह से प्राब्लम्स आ रही हैं। लोग घंटे भर के लिए ही अच्छी कीमत भी देने को तैयार हैं।

वाहिद, बैंड बाजा ओनर

हमारे पास कई लोगों ने डेट चेंज होने पर बुकिंग करने के लिए संपर्क किया है, लेकिन पहले से बुकिंग होने की वजह से नई बुकिंग लेना मुश्किल है। घरों की छत पर ही टेंट अरेंज करने को कह रहे हैं।

अशोक, मैरिज लॉन एवं टेंट हाउस ओनर

मेरे बेटी की शादी की डेट क्7 मई निकली है। पति गवर्नमेंट इंप्लाई हैं। वहीं मई में इलेक्शन में ड्यूटी लगने के डर से डेट चेंज कराने के लिए पंडित जी से मिलने आयी हूं।

गीता, हाउसवाइफ

Posted By: Inextlive