बरेली: मन में जूनून हो अपने ऐम को हासिल करने का तो सफलता जरूर मिलती है। लेकिन इसके लिए जरूरी होता है कि प्रयास मन से किया जाए। अपने ऐम को हासिल करने के लिए कभी मन में निगेटिव विचार न लाएं। यह कहना है कि शहर की सक्सेसफुल वीमेन का। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बातचीत के दौरान उन्होंने अपने सफलता के क्या और कैसे स्ट्रगल कर मुकाम को हासिल किया। आइए बताते हैं आपको शहर की सक्सेस महिलाओं की स्टोरी

अपने ऐम को किया हासिल

शुरू से ही राइटिंग और रीडिंग का शौक रखने वाली करिशमा कपूर मूल रूप से लखनऊ की निवासी थी। वह चाहती थी कि वह एक अच्छी राइटर बने इसके लिए वह काफी प्रयास भी करती थी। शुरूआत से ही प्रयास किया और एक दिन बुक्स लिखना शुरू किया, और बुक्स लिखी भी। इसके लिए ब्लॉग भी लिखना शुरू किया। ताकि उनकी बुक्स पढ़ सके, और एक दिन अपने मुकाम को हासिल किया, पांच साल की कड़ी मेहनत कर करश्मिा ने अब तक तीन बुक्स लिखी जो पब्लिश भी हो चुकी है। करिशमा की शादी शहर के सिविल लाइसं निवासी और मैनेजमेंट कॉलेज के संचालक अनमोल कपूर से हुई। करिश्मा कॉलेज के काम में भी पति का हाथ बंटाने के साथ अपनी ढाई वर्षीय बेटी को भी संभालती है। इसके साथ बुक्स भी लिखती हैं। इस वर्ष लेखक के लिए सम्मानित किया जा चुका हैं।

यह लिखी बुक्स

-करिशमा कपूर बताती हैं कि उन्हें शुरू से ही कविता लिखने और इंस्टग्राम ब्लॉग पर लिखने का शौक हैं.राइटिंग के शौक के चलते वर्ष 2013 में मॉस कम्यूनिकेशन भी कर लिया। इसके साथ करीब पांच वर्ष से बुक्स लिखने और पढ़ने के काम भी किया। करिश्मा कपूर की अब तक तीन बुक्स आ चुकी हैं। जिसमें मेरी आत्मा तुम्हारा नाम सांस ले, एक लड़की एक महासागर, आपकी हडिडयों का जादू तीन बुक्स लिख चुकी हैं। जिसके लिए वह काफी खुश हैं और आगे भी और अधिक बुक्स लिखना चाहती हैं।

गरीबों को भी मिले शिक्षा

गरीब बच्चों के लिए भी कोई कांवेंट स्कूल हो और वह भी पढ़ लिखकर अच्छे से अपना फ्यूचर संभालें। इसके लिए शहर के इज्जतनगर की रहने वाली रूथ पॉल कुछ करना चाहती थी। इसके लिए वह चाहती थी कि टीचर बनकर उनकी हेल्प करें। बस इसी चाह में उन्होंने एमए एजूकेशन के साथ बीएड 2007 में कर लिया।

शादी के बाद स्कूल में जॉब

शहर के डिफेंस कॉलोनी निवासी रूथ की शादी संजय पॉल से वर्ष 1998 में हुई। वह शादी से पहले भी बच्चों के लिए पढ़ाती थी, शादी के बाद से उन्होंने पति के स्कूल में पि्रंसिपल की जॉब शुरू की और आज वह डिफेंस कॉलोनी इज्जतनगर सेंट पॉल्स कांवेंट इंग्लिश स्कूल में पति की हेल्प से कई बच्चों को फ्री शिक्षा दे रही हैँ। रूथ पॉल बताती हैं कि उनके स्कूल में कुल 310 बच्चें हैं, जिसमें आरटीई के तहत 24 बच्चे, 18 स्टूडेंट्स फ्री, 8 स्टूडेंट्स कंसेंसनल पर स्टडी कर रहें हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी तरफ से यह छोटा प्रयास शुरू किया है लेकिन वह चाहती है कि अपने प्रयास को और बढ़ा सके ताकि गरीब बच्चों का फ्यूचर संभल सके। इसके लिए वह स्कूल में जो बच्चे गरीब आते हैं उनके लिए ड्रेस और बुक्स भी फ्री मुहैया कराती हैं।

Posted By: Inextlive