-मंडे को विद्या परिषद की बैठक की हुई बैठक, कई कोर्सेस के बदले गए नाम

-15 विंदुओं के एजेंडा पर विद्या परिषद ने दी स्वीकृति, कैंपस में बनेगी सेंट्रल लैंग्वेज लैब

बरेली: महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन स्थित सभागार में विश्वविद्यालय की विद्या परिषद की बैठक मंडे को हुई। यह बैठक एमजेपीआरयू वीसी प्रो। केपी सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें लॉ के चार नए कोर्सेस शुरू करने के साथ कुछ कोर्सेस के नाम भी बदलने पर सहमति बनी है। इनमें बीकॉम-एलएलबी ऑनर्स पंचवर्षीय, बीबीए-एलएलबी ऑनर्स पंचवर्षीय, दो वर्ष का एलएलएम साइबर लॉ, दो वर्ष का एलएलएम ह्यूमन राइट्स रहे। वहीं, विधि विभाग में पहले से चल रहे एलएलबी (तीन वर्ष), बीए-एलएलबी (पांच वर्ष) एवं एलएलएम (दो वर्ष) के पाठ्यक्रमों में संशोधन को स्वीकृति मिली।

15 एजेंडा पर हुआ विचार

आरयू वीसी की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान 15 ¨बदुओं के एजेंडा पर विचार हुआ, जिसमें कुछ प्रस्ताव को स्वीकृति भी मिली। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत परीक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए आरयू स्तर पर गठित पाठ्यक्रम समितियों के संयोजकों की पूर्व में हुई बैठक का कार्यवृत्त रख इन्हें पास किया गया। प्रोफेसर एसके पांडे संकाय अध्यक्ष फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विश्विद्यालय परिसर बरेली के प्रार्थना पत्र के द्वारा संलग्न फैकल्टी बोर्ड की संपन्न हुई बैठक के कार्यवृत्त का अनुमोदन किया गया।

बीबीए अब होगा बीएमएस

सीएसआईटी की बोर्ड ऑफ स्टडीज सत्र 2020-21 से एमसीए नवीन पाठ्यक्रम को विद्या परिषद की स्वीकृति पूर्व में मिली। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से अनुमति मिलने के बाद यूनिवर्सिटी में एमफार्मा में अगले शैक्षिक सत्र से नौ-नौ सीटों की अनुमति मिली। बीबीए पाठ्यक्रम को बीएमएस करने पर विद्या परिषद ने स्वीकृति दी गई। बहुभाषा के अध्ययन के लिए उत्कृष्टता केंद्र द्वारा प्रस्तावित पाठ्यक्रमों को अनुमोदन किया गया। इसमे 10 भाषाओं का केंद्र खुलेगा। वहीं महिला अध्ययन उत्कृष्टता केंद्र द्वारा प्रस्तावित पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया ज्ञात हो कि यह विभाग 2 सíटफिकेट कोर्स तैयार कर चुका है।

इन पाठयक्रम में होगा संशोधन

एमजेपीआरयू माइक्रोबायोलॉजी विषय पाठ्य समिति ने एमएससी माइक्रोबायोलॉजी का संशोधित अध्यादेश एवं पाठ्यक्रम का अनुमोदन किया। नए सत्र से एमएससी पीजी रसायन विज्ञान का संशोधित पाठ्यक्रम लागू होगा। रसायन विज्ञान विषय पाठ्य समिति की बैठक एवं फैकल्टी बोर्ड की पूर्व में हुई बैठक में इस पर सहमति बनी थी। महिला अध्ययन उत्कृष्टता केंद्र द्वारा प्रस्तावित पाठ्यक्रमों का अनुमोदन हुआ। यह विभाग दो सर्टिफिकेट कोर्स तैयार कर चुका है।

पीएचडी-2020 का अनुमोदन हुआ

आरयू में पीएचडी अध्यादेश 2017 में हुए परिवर्तन के बाद संशोधित पीएचडी अध्यादेश 2020 का अनुमोदन हुआ। आरयू अब आरईटी परीक्षा हर वर्ष जुलाई में करवाएगा। लेकिन जेआरएफ अथवा यूजीसी से फैलोशिप प्राप्त छात्रों का एडमिशन हर दूसरे महीने हो सकेंगे। नियम एवं शर्तों को पूर्ण करने पर स्ववित्तपोषित कॉलेज के शिक्षक भी गाइड बन सकेंगे।

एसएस कालेज में नए कोर्स

शाहजहांपुर के एसएस कॉलेज में यूजीसी की तरफ से स्वीकृत पाठ्यक्रम बीकॉम वोकेशनल डिग्री कोर्स, बीकॉम वोकेशनल रिटेक और टैक्सेशन व बीकॉम वोकेशनल टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी अगले शिक्षण सत्र से शुरू होगा।

Posted By: Inextlive