पेट के रजिस्ट्रेशन के लिए अब ऑनलाइन करा सकेंगें रजिस्ट्रेशन इस सप्ताह से मिलेगी पेट ओनर की यह सुविधा

बरेली(ब्यूरो)। अगर आप निगम क्षेत्र में रहते हैैं और आप पालतु जानवर पालने के शौकीन हैैं तो यह खबर आपके लिए बेहद खास हैै। क्योंकि नगर निगम अब पेट का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन माध्यस से करने वाला हैैंै। इसके लिए पेट के एंटी रेबीज इंजेक्शन का सर्टिफिकेट होना जरूरी है। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया को आसान बनाया गया है, जिससे अधिक से अधिक पेट ऑनर इसमें डॉग्स का रजिस्ट्रेशन करा सकें।

ऑफलाइन को नहीं मिला रिस्पांस
नगर निगम की ओर से पहले भी रजिस्ट्ेशन कराए जाते थे। पहले ऑफलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने के लिए ओनर को पेट लेकर निगम में आाना पड़ता था। इसमें 10 रुपए के वार्षिक शुल्क पर पेट का रजिस्ट्रेशन किया जाता था। इसमें पेट लाने को लेकर पेट ओनर को काफी समस्या होती थी। साथ ही पिछले वर्षो से अब तक इसे पेट ओनर की ओर से खास रिस्पांस नहीं मिल सका।

क्यों है रजिस्ट्रेशन जरूरी
निगम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ। आदित्य तिवारी ने बताया कि निगम की ओर से स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ कर बधियाकरण किया दिया जाता था। इससे पता नहीं चल पाता है कि कौन सा पेट है और कौन सा स्ट्रीट डॉग। कई बार लोग स्ट्रीट डॉग्स को पाल लेते हैैं। लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन नहीं कराते हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने अभी तक पेट रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वो लोग पेट डॉग का रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें। रजिस्ट्रेशन न कराने वालों पर पैनाल्टी डालने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।

कैसे करें रजिस्टे्रशन
पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि पेट रजिस्ट्रेशन के लिए सबसे पहले आवेदनकर्ता को ईनगरसेवा.जीओवी.इन के ऑफिशियल पोर्टल पर जाना होता है, उसके बाद सिटीजन लॉग इन पर जाकर रजिस्टर करना होता है। अगले स्टेप में मोबाइल ओटीपी की सहायता से आईडी पासबर्ड क्रिएट करना होता है। उसके बाद ट्रेड लाइसेंस पर क्लिक करें। उसके बाद पेट लाइसेंस में जाकर फॉर्म को फिल करें। फॉर्म में पेट डॉग का फोटो, पेट ओनर का आधार कार्ड के साथ ही पेट का रेबीज सर्टिफिकेट अपलोड करें। साथ ही निगम की ओर से जल्द ही इसे ट्ऱ़़़़़़ेड लाइसेंस से अलग किया जाएगा। मौजूदा समय में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुल्क 10 रुपए रखी गई है। हालांकि शुल्क बदलाव को लेकर बार्ड बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पेट रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया इसी सप्ताह से शुरू हो सकती हैैं।

किया जा रहा बधियाकरण
निगम की ओर से स्ट्रीट डॉस की बढ़ती संख्या को कंट्रोल करने के लिए बधियाकरण किया जा रहा है। निगम की ओर से नवंबर 2021 से लेकर मार्च 2022 तक करीब एक हजार से अधिक स्ट्रीट डॉग्स का बधियाकरण किया जा चुका है। साथ ही मार्च से अब तक करीब 200 से अधिक स्ट्रीट डॉग्स का बधियाकरण किया जा चुका है। बधियाकरण किए गए डॉग्स की पहचान के लिए उनके कान पर वी-शेप का कट लगा दिया जाता है। वहीं अब इनके गले में बैैंड डालने को लेकर विचार किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive