पेट्स भी हुए मोटापे के शिकार
-आईवीआरआई के साइंटिस्ट के रिसर्च में हुआ खुलासा
-मोटापे से पेट डॉग्स की किडनी व आंतें हो रहीं बेकार BAREILLY : इंसानों में तेजी से फैल चुकी मोटापे की बीमारी ने अब इंसान के ही सबसे वफादार दोस्त को भी अपने चपेट में ले लिया है। पेट्स को हेल्दी बनाने के लिए दिए जा रहे रेडीमेड डॉग फूड और आरामतलब जिंदगी उनके लिए खतरनाक साबित हो रही हैं। अपने पालतू को फैट युक्त हाई कैलोरी डाइट देना और उन्हे घर पर बांधकर अकेला छोड़ देना ही उनके मोटापे की बड़ी वजह है। फिजिकल एक्टिविटी न होने से पेट्स मोटापे से जूझ रहे। 22 कुत्तों पर किया रिसर्चमोटापे की चपेट में आने पर पेट्स अन्य बीमारियां की भी चपेट में तेजी से आ रहे हैं। यह खुलासा आईवीआरआई के साइंटिस्ट एएम पावड़े के रिसर्च में हुआ है। पालतू कुत्तों की बीमारी पता करने के लिए साइंटिस्ट एएम पावड़े ने 22 पेट्स पर रिसर्च किया। इसमें उन्हें कुत्तों के बीमार होने के दो महत्वपूर्ण कारण पता चले। उन्होंने बताया कि कुत्तों के बीमार होने का सबसे बड़ा कारण विभिन्न कंपनियों के रेडीमेड डॉग फूड हैं। इसके अलावा दूसरा कारण कुत्तों का घरों में बंद होना निकाला। उन्होंने बताया कि पेटलवर्स चाहते हैं कि उनका कुत्ता हेल्दी रहे, तो वे उसे सुबह-शाम घुमाएं। साथ ही उसे रेडीमेड फूड देना बिल्कुल बंद कर दें।
डायबिटीज का बढ़ा खतरा वजन ज्यादा होने से पेट्स में डायबिटीज की बीमारी भी घर कर रही है। वहीं हाई फैट व कैलोरी वाले डॉग फूड खाकर उनकी आंतें कमजोर हो रही हैं। पेट्स को ज्यादातर समय घर में बंद रखने या बांधे रहने से भी वह बीमार हो रहे हैं। बताया उनके पास जो भी पेट्स लाए गए, वे नर्वसनेस के शिकार भी मिले। इसके अलावा उनमें आंत, लीवर व किडनी में खराबी की शिकायत मिली। वहीं पेट्स में पैरों की हड्डी टेढ़े होने की भी श्ि1ाकायत रही। बीमारी के यह हैं लक्षण - पेट्स मोजा या लकड़ी काटे। -पेट्स गंदगी खाए। -पेट्स खाना नहीं खाए। -पेट्स का मोशन लूज हो। -पेट्स की हड्डी टेढ़ी हो जाएं। यह करें पेट्स लवर्स -पेट्स को कम से कम रेडीमेड फूड दें। -पेट्स को घर में बना खाना खिलाएं। -पेट्स को सुबह और शाम घुमाएं। -पेट्स में बीमारी के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। ---------------रेडीमेड डॉग फूड और एकाकी जीवन का कुत्तों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। पेट्स लवर्स अपने पेट्स में बीमारी के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें।
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