Bareilly : भारतीय समाज में विधवा महिलाओं की स्थिति को उकेरता और तीखे प्रहार करता प्ले ऑडियंस के मन में कई सवाल छोड़ गया. सैटरडे को विंडरमेयर के 8वें थिएटर फेस्ट में सोलो प्ले 'जीवित या मृतÓ में पेश किया गया. विवादी कल्चरल सोसायटी की ओर से प्रेजेंट इस प्ले का डायरेक्शन अनुराधा कपूर ने किया. वहीं इस प्ले में अपनी एक्टिंग के जरिए बॉलीवुड एक्टर्स सीमा विश्वास ने सबका दिल जीत लिया.


मरकर भी नहीं भुला सकींसोलो प्ले की शुरुआत शमशान में पड़ी महिला कादम्बिनी की लाश के साथ होती है। जो रानीहाट के जमींदार की विधवा बहू की होती है। लाश को बिना जलाए ही घर वाले छोड़कर चले जाते हैं। अचानक लाश हिलने लगती है और पता लगता है कि जो लाश दफनाई थी वह मृत नहीं जीवित है। कादम्बिनी कहती है कि 'मैं मर कर जीवित हो गईÓ जिसे जीते जी कोई सुख नसीब नहीं हुआ और जो मरकर भी सदियों के डर को दूर नहीं कर सकी। लेकिन कादम्बिनी को कोई जीवित मानने को तैयार नहीं होता। प्ले आगे बढ़ता है और विधवा को खुद को प्ले के लास्ट में मरकर यह साबित करना पड़ता है कि वह जिंदा थी। इस मौके पर डॉ। बृजेश्वर सिंह, डॉ। गरिमा सिंह, शिखा सिंह, नवीन कालरा मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive