आंधी-पानी से बिजली विभाग को पांच करोड़ की चपत
- 400 से अधिक पोल हुए थे धराशाई
BAREILLY: 23 मई को भोर में आई आंधी बिजली विभाग को करीब साढ़े पांच करोड़ रूपए से अधिक का चपत लगा गयी। अंधड़ में शहर से लेकर गांव तक दर्जनों की संख्या में पेड़ बिजली के तारों पर गिर गए। जिससे जगह-जगह बिजली के पोल गिर पड़े और लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी। फिलहाल, अधिकारी लाइन की मरम्मत कराने में लगे हुए हैं। पहली बार इतना बढ़ा नुकसानशहर ही नहीं गांव में भी काफी संख्या में बिजली के पोल और तार गिरे हैं। इसकी वजह से विभाग को काफी चपत लगी हैं। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहर और गांव मिलाकर 400 से अधिक पोल गिरे हैं। 35 एमएम हुई बारिश और तेज हवाओं के चलते सैकड़ों किलोमीटर तक बिजली के तार टूट कर गिरे। शार्टसर्किट के चलते ट्रांसफार्मर के फुंकने की घटना भी खूब हुई। अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत कार्य जारी है। ऐसे में मरम्मत पर खर्च में और भी इजाफा हो सकता है।
शहर में सबसे अधिकआंधी और पानी के चलते शहर में सबसे अधिक नुकसान हुए हैं। क्योंकि, यहां पर स्टील के पोल लगे होते हैं। जो कि गांव में लगे सीमेंटेड पोल से महंगे होते हैं। बदायूं, पीलीभीत और नैनीताल रोड पर तार और पोल पर पाकड़ के पेड़ गिरने से सबसे अधिक क्षति हुई हैं। डिवीजन सेकेंड के अंतर्गत 20 से अधिक बिजली के पोल को नुकसान पहुंचा है। शहर में बर्बादी का आंकड़ा 5 करोड़ तक पहुंचा हैं। जबकि, गांव में यह नुकसान का आंकड़ा अभी तक 50 लाख रुपए तक आंका गया हैं।
बॉक्स - 50 से अधिक शहर और 350 से अधिक गांव में गिरे पोल। - 100 किलोमीटर से अधिक की लाइनें बारिश और आंधी से टूटी। - दो दर्जन से अधिक ट्रांसफॉर्मर में आई खराबी। - जम्फर, डिओ, फ्यूज उड़ने की घटना रही अनलिमिटेड। - 150 से अधिक कर्मचारी लगे रहे लाइन मरम्मत कार्य में। करीब पांच करोड़ का नुकसान हुआ हैं। शहर की लाइन को सामान्य कर लिया गया हैं। मनोज पाठक, एसई शहर बिजली विभाग 300 से अधिक पोल गिरे हैं। बिजली के तार भी क्षतिग्रस्त हुए। नुकसान कितना हुआ हैं इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं। मो। तारिक वारसी, एसई ग्रामीण, बिजली विभाग