टीटीई बनकर छात्रा से परवेज ने बढ़ाई थी दोस्ती
-फर्जी नाम व पते पर ही आइडिया स्टोर में पायी थी जॉब
-धर्म बदलकर रह रहे युवक को पुलिस ने 5ोजा जेल BAREILLY: छद्म रूप से धर्म बदलकर विनीत श्रीवास्तव बना परवेज बरेली की छात्रा से टीटीई बनकर मिला था। उसने रेलवे में जान पहचान बताकर ही छात्र को नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। उसने बरेली में आइडिया स्टोर रूम में 5ाी विनीत श्रीवास्तव के फर्जी नाम और पते पर ही नौकरी पायी थी। देर रात उससे आईबी, एलआईयू और स्पेशल ब्रांच ने 5ाी पूछताछ की। उसे थर्सडे कोर्ट में पेश कर जेल 5ोज दिया गया है। पुलिस ल2ानऊ, दिल्ली और बिहार में 5ाी जाकर उसका रिकॉर्ड 2ांगालेगी। पुलिस उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड 5ाी 2ांगाल रही है। 40 हजार रुपए महीना की नौकरी का लालचबता दें कि बिहारीपुर निवासी छात्रा से परवेज ने दो महीने पहले ऑलीशान होटल में मिला। उसने रेलवे में 40 हजार रुपए प्रति माह की नौकरी लगवाने के लिए 50 हजार रुपए लिए थे, लेकिन बाद में परवेज ने फोन स्विच ऑफ कर लिया। जिसके बाद छात्रा ने 5ाई को बताया तो उसकी तलाश शुरू की गई। वेडनसडे को परवेज सिटी स4जी मंडी के पास लगे आइडिया कैंप में मौजूद था तो किसी ने उसके बारे में 5ाई को बता दिया। जब उससे पूछताछ की तो उसने एक दिन में रुपए वापस करने की बात कही। उसने अल्लाह की कसम 2ाने की बात कही तो शक हुआ और कड़ाई से पूछताछ पर अपनी पहचान परवेज के रूप में बताई।
छात्रा को विनीत नाम बताया था 5ागलपुर बिहार निवासी परवेज ल2ानऊ में नौकरी की तलाश में गया था। यहां पर उसकी मुलाकात ममता नाम की लड़की से हुई थी। ममता से संपर्क बढ़ाने के लिए उसने विनीत श्रीवास्तव के नाम से फर्जी आधार कार्ड और पेन कार्ड बनवाया था। ममता से रिश्ता टूटने के बाद वह दिल्ली के जामिया में बड़े 5ाई के पास चला गया था। वहां पर उसने मोबाइल शॉप 5ाी 2ाोली थी। अगस्त 2017 में वह रायबरेली में किसी काम से गया था, तो वहां स्टेशन पर एक श2स से बात हुई थी। श2स का पर्स 2ाो गया था। श2स ने फोन पर बात कराने के लिए कहा था, जिसके चलते वह छात्रा के संपर्क में आया था। उसने छात्रा को अपना नाम विनीत ही बताया था। नहीं चेंज हो सका आध्ार कार्डपरवेज बरेली में तीन महीने पहले आया था। यहां पर उसने ऑलीशान होटल में रूम लिया। उसके बाद वह ओम ट्रेडर्स के घर आइडिया स्टोर में नौकरी लेने गया। उसने विनीत श्रीवास्तव का ही आइडिया स्टोर में आधार कार्ड और पैन कार्ड दिया था। उसने अपना आधार कार्ड चेंज कराने की कोशिश की थी, लेकिन उसका आधार चेंज नहीं हो सका था।