अधूरा छोड़ा काम, अधिकारी एक दूसरे के ले रहे नाम
- ईसाइयों की पुलिया के बाद अब सिविल लाइंस एरिया में काम बंद
- लोगों को इन रास्तों से निकलने में हो रही मुश्किल बरेली : अमृत योजना के तहत शहर में बिछाई जा रही सीवर लाइन सिरदर्द बन गई है। लापरवाही इस कदर हावी है कि खोदाई तो कर दी गई लेकिन काम अधूरा ही छोड़ दिया गया। इस बारे में अधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं। किसी न किसी बहाने से काम को बंद कराए जाने के लिए जस्टिफाई किया जा रहा है। वहीं, इन सबके बीच काम को अधूरा छोड़ देना पब्लिक के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। धूल के कण बीमारी फैला रहा है। लोगों का इन रास्तों से निकलना मुश्किल हो गया है। यहां अधूरा छोड़ा कामबलवंत सिंह मार्ग से शुरू हुई खोदाई बीच में ही छोड़ दी गई है। हेड पोस्ट ऑफिस के आगे काम बंद कर दिया गया हैस जबकि यह खोदाई इसी मार्ग से रेलवे जंक्शन, पुलिस चौकी, मालगोदाम रोड होते हुए चौपुला चौराहे तक की जानी थी।
एक जगह बंद, दूसरी जगह स्टार्टशहर की जर्जर सीवर लाइन को चोक होने से बचाने के लिए ट्रंक सीवर लाइन बिछाई जा रही है। यह कार्य अमृत योजना के तहत जल निगम करा रहा है। इसके लिए चौपुला को सेंटर बनाया गया है। लेकिन अभी एक साइड का भी काम पूरा नहीं हुआ कि चौपुला के पास खोदाई शुरू करने लगे थे।
2016 से चल रही थी कवायद शहर का अमृत योजना में चयन होने के बाद इसके लिए 2016 में कवायद शुरू की गई थी। 12.74 किमी ट्रंक सीवर लाइन बिछाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। जिसे अब मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू किया गया था। 54.85 करोड़ का है प्रोजेक्ट ट्रंक सीवर लाइन बिछाने के लिए शासन ने 10 अक्टूबर 2018 में स्वीकृति प्रदान की थी। इसके लिए तैयार किए गए प्रस्ताव पर 54.85 करोड़ रुपये का बजट फिक्स किया था। जल निगम को मिले 9 करोड़ शासन ने ट्रंक सीवर लाइन बिछाने की जिम्मेदारी जल निगम को दी है। जिसने मेसर्स सतीश कुमार एंड कंपनी गाजियाबाद को जिम्मेदारी दी है। साथ ही शासन ने जल निगम को काम कराने के लिए पहली किश्त 9 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए हैं। गहराई पर भी नहीं दे रहे ध्यानजल निगम ने सीवर लाइन बिछाने के मानक भी तय किए हैं। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि ट्रंक सीवर लाइन में गहराई मानक से ज्यादा की जा रही है। हालांकि इन गढ्डों को अब मिट्टी से ढक दिया गया है।
ये स्थान हैं चिह्नित गांधी उद्यान, सिविल लाइन्स, रामपुर गार्डेन, कालीबाड़ी स्टेशन रोड, चौपुला, सूफी टोला, बुखारपुरा, खन्नू मोहल्ला, चौधरी मोहल्ला, स्टेट बैंक कालोनी, अलखनाथ मंदिर क्षेत्र, किला चौराहा, दुल्हामियां की मजार, जसौली एवं कुं वरपुर क्षेत्र हैं। यहां से यहां तक होना है वर्क - सिंधुनगर से श्यामगंज चौराहा, कालीबाड़ी, बरेली कॉलेज होते हुए चौपुला चौराहा। -खुर्रम गौटिया से गांधी उद्यान प्रभा सिनेमा, चौकी चौराहा होते हुए चौपुला चौराहा। - हेड पोस्ट ऑफिस से कचहरी से जंक्शन पुलिस चौकी, मालगोदाम रोड होते हुए चाकुला चौराहा। - चौपुला चौराहा से बरेली सिटी स्टेशन होते हुए जसौली फाटक तक। - स्टेट बैंक कॉलोनी से गढ़ी चौकी, अलखनाथ मंदिर, किला चौराहा, दूल्हामियां मजार होते हुए जसौली फाटक तक। वन विभाग ने दिया नोटिसईसाइयों की पुलिया में ट्रंक सीवर लाइन बिछाने के काम में वन विभाग ने भी अड़ंगा लगा दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जल निगम ने अपनी एनओसी में कई बिंदुओं पर स्पष्ट सूचना नहीं दिया है, जिसे उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसी तरह ग्रीन बेल्ट आने के कारण वन विभाग ने भी जल निगम को नोटिस भेज दिया। जिसके कारण जल निगम को काम बीच में ही बंद करना पड़ गया है।
इस तरीके की खोदाई से दिक्कत हो रही है। धूल के कारण आस-पास के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। इससे बीमारी भी फैल रही है। यहां से निकलने से बचते हैं। डॉ। रश्मि सिंह अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ काम शुरू करना चाहिए। इस तरह आधा अधूरा काम छोड़ लापरवाही दर्शाता है। सीवर लाइन बिछाने के साथ-साथ खोदी गई सड़क का भी लेपन कराना चाहिए। - विशेष कुमार जल निगम से एस्टीमेट ही नहीं मिला है। एस्टीमेट अप्रूव कराने के बाद ही अनुमति दी जाएगी। इसलिए काम रोका गया है। - वीपी आर्या, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी - सिटी में 12.74 किमी ट्रंक सीवर लाइन बिछाई जा रही है। पीडब्ल्यूडी से अनुमति न मिलने के कारण काम बंद कर दिया गया है, जबकि उन्हें लेटर भी भेजा गया था। -आरसी अग्रवाल, एई, जल निगम