युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक में तेजी से बढ़ रही हार्ट से संबंधित समस्या वल्र्ड हार्ट डे पर डीजे आई नेक्स्ट की स्पेशल रिपोर्ट

बरेली(ब्यूरो)। World Heart Day 2022: भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित खानपान कई बीमारियों को दावत देता हैै। इनमें से ही एक है हार्ट प्रॉब्लम। हम सभी जानते हैैं कि हार्ट यानी हृदय, हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा है। ये सही है तो चेहरे पर मुस्कान हमेशा बनी रहेगी। हार्ट की समस्या, बचाव व इसके प्रति अवेयरनेस को ध्यान में रखते हुए पूरे विश्व में हर वर्ष 29 सितंबर को वल्र्ड हार्ट डे मनाया जाता है। इसी को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से पेश हैै यह स्पेशल रिपोर्ट।

वसा से होता है ब्लॉकेज
एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के डीएम कार्डियोलॉजी डॉ। दीप पंत ने बताया कि जब हार्ट ठीक से पंप नहीं कर पाता है, तो व्यक्ति में इससे संबंधित बीमारियों से घिरने का खतरा बन जाता है। इसमें कोरोनरी धमनियों में ब्लॉकेज हो जाता है। यह ब्लॉकेज एक प्रकार के वसा की वजह से होती है। ब्लॉकेज से ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है और मस्तिष्क जैसे जरूरी अंगों को पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन नहीं मिल पाती है। ब्लॉकेज च्यादा होने पर हार्ट ब्लड को पंप नहीं कर पाता। इसका परिणाम हार्ट की अन्य दिक्कतों के साथ ही हार्ट अटैक के रूप में सामने आता है। इसके साथ ही डायबिटीज, चलने में सांस का फूलना भी हार्ट अटैक की वजह बन सकता है।

सब में अलग-अलग होते हैैं लक्षण
एसआरएमएस मेडिकल कालेज में एमसीएच (सीटीवीएस) डॉ। विकास दीप गोयल के अनुसार हार्ट अटैक के लक्षण सभी में अलग-अलग होते हैं। कुछ लोगों के सीने में धीमा दर्द उठता है, जबकि कुछ लोगों को एकदम से तेज दर्द होता है। हार्ट अटैक पर किसी को कोई लक्षण समझ में नहीं आते हैं। हार्ट अटैक आने से पहले चेतावनी के तौर पर सीने में हल्का दर्द होता है या सीने में हल्का दबाव महसूस होता है, जो थोड़ा बहुत आराम से सही हो जाता है। ऐसे में चिकित्सक से परामर्श लें।

फैक्ट एंड फिगर
-18 हजार लोगों की मौत हुई 2014 में
-28 हजार की मौत हुई 2019 में
-40 प्रतिशत भारतीय 55 वर्ष की उम्र पूरी करने से पहले हार्ट अटैक से जूझने लगते हैं(मेडिकल जर्नल लांसेट के मुताबिक)
25 प्रतिशत दिल की बीमारी की शुरूआत पॉल्युशन से होती है
40 प्रतिशत लोगों में हार्ट अटैक से पहले नहीं दिखते लक्षण
नोट-आंकड़ें एनसीआरबी से लिए गए हैैं

प्रदूषण है बढ़ा कारण
एक्सपट्र्स के मुताबिक जिम करने से पहले युवाओं को इसीजी टेस्ट कराना चाहिए, अधिक वेट लिफ्ट करना हार्ट पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। 40 से अधिक उम्र के व्यक्ति को इसीजी व कॉलेस्ट्रोल की जांच जरूर कराना चाहिए। बंगलुरू स्थित एसआईसीएसआर के एक सर्वे के मुताबिक भारत में 40 फीसद लोगों में हार्ट अटैक से पहले कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखाई देते। यह खतरनाक स्थिति है। एक सर्वे के मुताबिक 25 फीसद दिल की बीमारियों की शुरूआत प्रदूषण की वजह से होती है। प्रदूषित माहौल में काम करना दिन भर में 5-6 सिगरेट पीने के बराबर होता है।


ये बीमारियां भी हैैं दिल की दुश्मन
-कोरोनरी आर्टरी डिजीज
-कार्डियोमायोपैथी
-वैस्कुलर हार्ट डिजीज
-एंजाइना
-रूमेटिक हार्ट डिजीज
-कंजीनिटल हार्ट डिजीज
-सेरिब्रोवैस्कुलर डिजीज

इन बातों पर करें गौर
-मिनिमम आठ घंटे की नींद जरूर लें
-तंबाकू, गुटखा और शराब का सेवन बिल्कुल न करें
-जले हुए तेल का बना हुआ खाद्य पदार्थ का सेवन न करें
-डिप्रेशन कम करने के लिए मेडिटेशन करें
-एसी में च्यादा समय रहने की आदत को करें नियंत्रित

क्या है बचाव
-बॉडी को फिजिकली एक्टिव बनाए रखें
-बॉडी वेट कंट्रोल में रखें
-रेगुलर एक्सरसाइज अवश्य करें
-मौसमी फलों और हरी सब्जियां का अवश्यक मात्रा में करें सेवन
-पानी का सेवन भी पर्याप्त मात्रा में करें
-टेंशन न लें, फैमिली, फ्रेंड्स के साथ समय बिताएं
-चिकित्सक की सलाह पर दवाओं का सेवन करें
-ब्लड प्रेशर की नियमित रूप से जांच करें या कराएं
- असुविधा होने पर चिकित्सक से लें परामर्श

वर्जन
खानपान की गलत आदतें व फिजकल एक्टिविटी की कमी व जरूरत से च्यादा तनाव का सीधा असर भी दिल पर पड़ता है।
-डॉ। अमरेश अग्रवाल, डीएम कार्डियोलॉजी

Posted By: Inextlive