धर्मशाला स्थित महापौर के कैंप कार्यालय के पीछे पंप हाउस में शनिवार की शाम अराजक तत्वों ने तोडफ़ोड़ की. ट्यूबवेल का तार तोड़ दिया. बिजली के बोर्ड का कटआउट निकालकर फेंक दिया. जलकल के अफसरों को सूचना दी गई लेकिन रविवार को तार ठीक नहीं हो सका. इस कारण धर्मशाला वार्ड के तीन हजार से ज्यादा परिवार दो दिन से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)। धर्मशाला में मेयर के कैंप कार्यालय के पीछे काफी पुराना पंप हाउस है। पंप हाउस आटोमेटिक व्यवस्था से जुड़ा है। जलकल परिसर में बने कंट्रोल रूम से पंप हाउस को जोड़कर चलाया जाता है। तकरीबन डेढ़ साल पहले करंट से आपरेटर की मौत के बाद पंप हाउस में दूसरे ऑपरेटर की तैनाती नहीं की गई है।पार्षद छट्ठी लाल बब्लू गुप्ता ने बताया कि शनिवार शाम वार्ड के नागरिकों ने बताया कि घरों में पानी नहीं आ रहा है। इसके बाद पंप हाउस देखने पहुंचा। अंदर घुसते ही जमीन पर तार देखकर सन्न रह गया। यदि एहतियात न बरतता तो खुद ही करंट की चपेट में आ जाता। रात में ही जलकल के अफसरों को सूचना दी गई। तब आश्वासन दिया गया कि रविवार को व्यवस्था ठीक कर दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।पिछले साल जनवरी में हुई थी तोडफ़ोड़
पिछले साल 12 जनवरी को भी अराजक तत्वों ने मेयर के कैंप कार्यालय के पीछे स्थित कैंप हाउस में तोडफ़ोड़ की थी। उस समय भी दो दिन तक पानी की आपूर्ति बाधित रही थी। महापौर सीताराम जायसवाल की नाराजगी के बाद जलकल के अफसरों ने आपूर्ति बहाल कराई थी।

Posted By: Inextlive