-एमएमएमयूटी वीसी ने ऑनलाइन जानी स्टूडेंट की राय

-ऑफलाइन एग्जाम के फेवर में 35 परसेंट स्टूडेंट

GORAKHPUR: एमएमएमयूटी के करीब 65 परसेंट स्टूडेंट्स, ऑनलाइन एग्जाम के पक्ष में हैं जबकि बाकी 35 परसेंट फीसदी ऑफलाइन एग्जाम कराने के फेवर में हैं। वीसी प्रो। श्री निवास सिंह ने मंगलवार को पांचवीं बार विवि के स्टूडेंट्स से फेसबुक लाइव के माध्यम से एग्जाम को लेकर संवाद किया। लाइव संवाद की शुरूआत में वीसी ने क्लियर कर दिया कि लास्ट ईयर को छोड़कर अन्य सभी वर्ष के स्टूडेंट्स के एग्जाम नहीं होंगे। उन्हें यूजीसी/ एआईसीटीई के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए पिछले सेमेस्टर के प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट कर दिया जाएगा।

400 से अधिक स्टूडेंट जुडे़

एमएमएमयूटी के इस प्रोग्राम का उद्देश्य बीटेक, एमबीए एवं एमएससी लास्ट इयर का सेमेस्टर एग्जाम किस माध्यम (ऑनलाइन या ऑफलाइन) से कराया जाए। स्टूडेंट के राय जानने के लिए ऑनलाइन संवाद किया गया। इसमें विभिन्न पाठ्यक्रमों के लास्ट इयर के 400 से अधिक स्टूडेंट्स ने पािर्टसिपेट किया।

स्टूडेंट को तीन रजिस्ट्रेशन कराने परमिशन

लाइव संवाद के दौरान वीसी ने स्पष्ट किया कि इस बार ग्रीष्मकालीन अध्ययन सत्र चलाना संभव नहीं होगा। ऐसे में किसी विषय में फेल स्टूडेंट को री-रजिस्ट्रेशन कराना होगा। स्टूडेंट हित में इस बार छात्रों को दो की बजाय तीन विषयों में री-रजिस्ट्रेशन कराने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एग्जाम जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त में आयोजित की जा सकती है पर ऑफलाइन परीक्षा सितंबर में ही आयोजित करा पाना संभव लग रहा है।

डिग्री मिलने में लगेगा समय

ऑफलाइन एग्जाम आयोजित करने की स्थिति में स्टूडेंट को डिग्री मिलने में समय लगेगा। जिससे बड़ी संख्या में प्लेसमेंट पा चुके स्टूडेंट का भविष्य अधर में रहेगा। साथ ही ऑफलाइन परीक्षा की स्थिति में सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य मानकों का पालन करा पाना एवं संक्रमण फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती होगी।

Posted By: Inextlive