माफिया डॉन अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की प्रयागराज पुलिस के सामने गोली मारकर हत्या के बाद शनिवार रात पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया.


गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर में भी धारा 144 लागू रही। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा भी रात से ही बढ़ा दी गई। पुलिस की मुस्तैदी का आलम यह रहा कि गली-मोहल्लों में पुलिस फोर्स फूट पेट्रोलिंग करती रही। इससे पूरे जिले में रविवार को शांति रही।
एक तरफ जहां एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई शहर में रात से ही गश्त करते रहे। वहीं, उत्तरी इलाके में एसपी नार्थ मनोज अवस्थी व दक्षिणी क्षेत्र में एसपी साउथ अरुण सिंह अपने सभी सीओ व थानेदारों के साथ गस्त पर रहे। पुलिस की ड्यूटी शहर व देहात के संवेदनशील स्थानों पर लगी रही। खजनी, पिपराइच, पीपीगंज, रामगढ़ताल समेत कई थानों की पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया। शहर का माहौल पूरी तरह से शांत रहा। लोग अपने काम मे व्यस्त रहे। एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने बताया कि पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। गश्त व फ्लैग मार्च किया जा रहा है। हर जगह स्थिति सामान्य है।चाय की दुकानों पर होती रही चर्चा


जिस तरह से लाइव हत्या हुई। उसकी चर्चा सोशल मीडिया व चाय की दुकानों पर पूरे दिन होती रही। किसी ने डॉन के साम्राज्य का अंत बताया तो किसी ने इस सनसनीखेज हत्या को कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया और कहा कि पुलिस की सुरक्षा में यह बड़ी चूक है। वहीं, कई ने कहा कि 44 साल के आंतक का 44 सेकेंड में अंत हो गया। गोरखपुर में जब रुका था अतीक का काफिला तब मच गया था हड़कंपदेवरिया जेल से साबरमती जेल जाते समय जब अतीक अहमद के काफिले चंद मिनटों के लिए गोरखपुर के सहजनवां कस्बे में रुक गया तो हड़कंप मच गया था। पूरा चौराहा अतीक के काफिले से पट गया और घण्टों जाम लग गया। लोगों को यह भी लगा कि कोई शायद बवाल हो गया है। काफिले में 100 से ज्यादा गाडिय़ां थीं।देवरिया जेल में बोलती थी अतीक की तूती

अतीक अहमद जनवरी 2018 से सितंबर 2019 तक करीब 18 महीने देवरिया जेल के 7 नंबर बैरक में बंद रहा। उस समय उसकी इस जेल में तूती बोलती थी। उसका खाना भी एक मोहल्ले से बनकर बैरक में आता था। छापेमारी में उसके पास से 41 मोबाइल जेल में मिले थे। जेल में ही रहते हुए उसने लखनऊ के आलमबाग के एक रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण करा लिया था। उसे लाकर देवरिया जेल में ही पिटाई की थी, जिसमें मोहित की अंगुली टूटी थी। बाद में इस मामले में अतीक समेत 5 लोग पर केस भी हुआ था। मामले में सीबीआई व एसटीएफ भी जांच में उस समय जुटी थी। उसी के बाद अतीक का ट्रांसफर देवरिया से साबरमती जेल कर दिया गया था। उसी समय एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमे उमेश पाल की रेकी करने का जिक्र था।

Posted By: Inextlive