अब आप अपने साथ ई-टिकट के साथ-साथ अपने पेट एनिमल का भी टिकट ऑनलाइन करा सकेंगे. एसी फस्र्ट क्लास में यह सुविधा मिलेगी. पैसेंजर टिकट की तरह आईआरसीटीसी भी वेबसाइट पर पालतू जानवरों का टिकट बनाएगा.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इसका किराया वजन और दूरी के हिसाब से ही लिया जाएगा। रेलवे बोर्ड के ज्वाइंट डायरेक्टर (पैसेंजर मार्केटिंग) रोहित कुमार ने आईआरसीटीसी को सेंटर फॉर रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम के साथ समन्वय स्थापित कर इस व्यवस्था को जल्द से जल्द लागू करने के लिए निर्देश भी जारी कर दिया है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर होगी बुकिंग


बता दें, रेलवे स्टेशन पर काउंटर टिकट के लिए पार्सल घर पर पालतू कुत्ते या बिल्ली की भी बुकिंग करा लेते थे, कई बार टिकट नहीं मिलने के कारण वह स्टेशन पर चक्कर लगाने पड़ जाते थे। मगर अब दर-दर नहीं भटकना होगा। ऑनलाइन टिकट कराने के लिए घर बैठे ही अपने पेट एनिमल के लिए भी रिजर्वेशन कराया जा सकेगा। नई व्यवस्था के तहत पैसेंजर का टिकट कंफर्म होने पर ही पालतू जानवर की बुकिंग हो पाएगी। इसके लिए पैसेंजर को आईआरसीटीसी के वेबसाइट पर अपना पीएनआर और मोबाइल नंबर भरना होगा। वेरिफाइड नंबर पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा। ओटीपी दर्ज होते ही बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। प्रक्रिया पूरी होने के बाद मोबाइल फोन पर बुकिंग का संदेश आ जाएगा। यह संदेश चार्ट बनने के बाद टिकट चेकिंग स्टाफ (टीटीई) के हेंड हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी) पर भी पहुंच जाएगा। बुकिंग की नहीं होगी वापसी

आईआरसीटीसी की वेबसाइट पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) से जुड़ा रहेगा। टिकट बुकिंग के समय पीएमएस के माध्यम से ही किराया आदि का निर्धारण होगा। बुकिंग की वापसी नहीं होगी। एनई रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर स्थित पार्सल घर में भी पीएमएस लग रहा है। नकहा जंगल स्टेशन पर पीएमएस लग गया है। एसी फस्र्ट और फस्र्ट क्लास में यात्रा करने वाले लोगों को पालतू को साथ ले जाने की सुविधा मिलती है। इसके लिए कूपा रिजर्व कराना अनिवार्य होता है। बन रहे डाग बॉक्स- एसी सेकेंड, एसी थर्ड और स्लीपर श्रेणी के यात्रियों को अपने साथ पालतू ले जाने की अनुमति नहीं होती। - इनके पालतू के लिए लिंकहाफ मैन बुश (एलएचबी) कोच वाली ट्रेन के पावरकार में भी विशेष डॉग बॉक्स बनाए जा रहे हैं। - इनके पालतू की बुकिंग पार्सल घर में पूर्ववत होती रहेगी।- डॉग बॉक्स के लिए 40 किलोग्राम तथा एसी फस्र्ट के कूपे में 60 किलोग्राम सामान की दर से किराया लगता है।- रेलवे में पालतू ही नहीं अन्य पशु और पक्षियों को भी एक से दूसरे जगह भेजने की व्यवस्था है। - भेड़, बकरी, सुअर, हाथी और घोड़े की भी बुकिंग होती है। - सभी के लिए अलग अलग नियम हैं।

पेट एनिमल्स के बुकिंग के लिए अलग से काउंटर पर जाना पड़ता था। ई-टिकट के साथ-साथ अब पेट एनिमल्स के ई-बुंिकंग की सुविधा भी आईआरसीटीसी देगी। यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। - पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive