जमीन ने रोक दी ऑटोमेटिक फिटनेस की राह
- आटोमैटिक फिटनेस सेंटर के लिए 2.5 एकड़ जमीन की है दरकार, अब भी नहीं मिली जमीन
-आरटीओ और डीएम के साथ जमीन को लेकर हो चुकी है मीटिंग - लखनऊ की तर्ज पर गोरखपुर में भी बनेगा ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर GORAKHPUR: लखनऊ की तर्ज पर गोरखपुर में न्यू टेक्नोलॉजी से लैस व्हीकल फिटनेस सेंटर बनाए जाने की कवायद शुरू की गई। इसके लिए आरटीओ को 2.5 एकड़ जमीन की दरकार है, लेकिन अब तक उनका इंतजार पूरा नहीं हो सका है। करीब दो सौ करोड़ की लागत से बनाए जाने वाले ऑटोमैटिक फिटनेस सेंटर की जमीन को लेकर आरटीओ और डीएम के साथ मीटिंग भी हुई थी, लेकिन अब तक जमीन फाइनल नहीं हो पाई हैं। जिसकी वजह से फिटनेस सेंटर बनाने का सपना अभी अधूरा सा लग रहा है। मैनुअल होती है फिटनेसआरटीओ अफसरों के मुताबिक वर्तमान में व्हीकल फिटनेस सेंटर लखनऊ में हैं। उसी की तर्ज पर एक साल पहले गोरखपुर में व्हीकल फिटनेस सेंटर बनाने की कवायद शुरू की गई। वर्तमान में आरटीओ में फिटनेस के लिए आने वाले व्हीकल को आरआई मैनुअल चेक करता है। गोरखपुर में व्हीकल सेंटर खुलने से मैनुअल व्यवस्था खत्म हो जाएगी। प्लानिंग की गई है कि लखनऊ की तरह ही आधुनिक मशीनें व उपकरणों से आरटीओ में फिटनेस के लिए आने वाले व्हीकल को चेक किया जाएगा। इसके बाद उनकी फिटनेस जारी की जाएगी।
-------------- - आधुनिक मशीन से अपने आप व्हीकल का फिटनेस होगा - आरआई को मैनुअल फिटनेस से मिलेगी निजात - अपने आप पॉल्युशन की होगी जांच। - व्हीकल का ब्रेक चेक होगा। - इंजन का परफार्मेस चेक होगा। - व्हीकल की लाइट तीव्रता चेक होगी। नोट- व्हीकल को आधुनिक उपकरणों से होगी जांच स्टैटिस्टिक - -16 लाख से अधिक व्हीकल रजिस्टर्ड -05 लाख से अधिक कॉमर्शियल व्हीकल -10 लाख से अधिक प्राइवेट व्हीकल रजिस्टर्ड -डेली 25 से 30 व्हीकल का फिटनेस एक साल पहले ही व्हीकल फिटनेस सेंटर बनाए जाने का आदेश आया था। जमीन नहीं मिलने की वजह से दिक्कत आ रही है। जमीन की तलाश चल रही है। जल्द ही व्हीकल फिटनेस सेंटर बनाया जाएगा। - श्याम लाल, एआरटीओ प्रशासन