आरटीओ मैनपॉवर की कमी से हांपरहा है. आधी से कम टीम के बाद भी रूटीन काम तो निपट ही रहे हैं वहीं कार्रवाई का निर्देश भी पूरा करना पड़ रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।जिले में एआरटीओ प्रवर्तन के पदोंं के सापेक्ष किसी भी अधिकारी की तैनाती नहीं है। वहीं, तीन पीटीओ के पदों में एक खाली है। यहां दो ही पदोंं पर पीटीओ तैनात है। आरटीओ विभाग ने इन 15 दिनों में कुल 684 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की। इसमें से 177 वाहन थानों पर बंद कराए गए। वहीं, 31.26 लाख रुपए शमन शुल्क और 25.63 लाख रुपए टैक्स की वसूली की गई है। इसमें सभी प्रकार के सवारी वाहन, बस, टेंपो, टैक्सी, प्राइवेट कार जो सवारी भकर संचालित हो रहे हैं। इन इलाकों से चलते है अवैध वाहनआरटीओ विभाग का दावा है कि शहर के विभिन्न जगहों से अवैध वाहनों का संचालन किया जाता है। इसमें रोडवेज बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, धर्मशाला बाजार, पैडलेगंज, कमिश्नर ऑफिस के बाहर, बरगदवा, कालेसर, रीजनल स्पोट्र्स स्टेडियम, कॉर्मल स्कूल, नौसड़ चौराहा से सहजनवां आदि स्थानों पर धड़ल्ले से सवारी भरी जाती है।


चार माह के आंकड़े -2023 3471 वाहनों का मई माह में चालान407 वाहनों को किया बंद 159.94 लाख रुपए शमन शुल्क वसूली 123.94 लाख रुपए टैक्स वसूली कुल कार्रवाई 22068 वाहनों का चालान 1838 वाहन सीज 789.0 लाख रुपए शमन शुल्क वसूली 714 लाख रुपए टैक्स वसूली चलाया गया अभियान

शहर में संचालित हो रही अवैध रूप से वाहनों के खिलाफ आरटीओ प्रवर्तन की ओर से गुरुवार को महाराणा प्रताप रेलवे स्टेशन के पास विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान 7 प्राइवेट बसों का चालान किया गया। साथ ही 7 बसों को सीज कर दिया। इसके अलावा एक लाख 50 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया। पीटीओ प्रवर्तन वीके आनंद ने बताया कि विशेष अभियान लगातार जारी रहेगा। जो भी नियम का उल्लंघन करते पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आरटीओ की कार्यवाही और दायित्वों का निर्वाहन किया जा रहा है। मैनपॉवर के अभाव के कारण दिक्कत हो रही है लेकिन इसके बावजूद भी कार्रवाई की जा रही है। - वीके आंनद, पीटीओ, आरटीओ प्रवर्तन

Posted By: Inextlive