उनके लिए तमाशा, इनके लिए दहशत
-कार ड्राइवर, साथियों की तलाश में जुटी पुलिस
-दहशत में आरपीएफ के हेड कांस्टेबल का परिवार GORAKHPUR: गोरखनाथ ओवरब्रिज की रेलिंग तोड़कर आरपीएफ जवान के सरकारी आवास की छत पर गिरी कार की दहशत झलकती रही। परिवार के सदस्यों ने कहा कि इस बात का शुक्र है कि हादसे वाले कमरे में कोई सोया नहीं था। कमरा खाली होने से परिवार के सदस्य सुरक्षित रहे। कार को कब्जे में लेकर कोतवाली पुलिस सवारों की तलाश में जुटी है। वहीं, कार सवार तीन युवक सुरक्षित निकल कर भाग गए। तेज धमाके से खुल गई फैमिली की नींदगाजीपुर जिले के मूल निवासी शिशु कुमार हेंमत आरपीएफ में हेड कांस्टेबल हैं। उनकी तैनाती आरपीएफ की रिजर्व कंपनी दुर्गाबाड़ी में है। गोरखनाथ ओवरब्रिज के नीचे जूनियर इंस्ट्ीट्यूट कैंपस में सरकारी आवास है। वह 2007 से पत्नी और बच्चों संग क्वार्टर में रहते हैं। शनिवार रात शिशु कुमार और परिवार के सदस्य सो रहे थे। रात करीब पौने तीन बजे उनके मकान की छत पर एक धमाका हुआ। उनकी पत्नी हड़बड़ाकर उठ बैठी। उन्होंने पति को जगाकर किसी अनहोनी की जानकारी दी। कमरे से बाहर निकलने पर मालूम हुआ कि उनकी घर की छत पर कार गिरी है। उसमें सवार तीन युवक निकलकर भागने की कोशिश कर रहे हैं। आरपीएफ जवान ने तीनों को छत से सुरक्षित उतार लिया।
पब्लिक के जुटने पर भागे कार सवार छत पर कार गिरने से हुई आवाज और कार का शीशा टूटने से फैली चमक देखकर आसपास के लोग भी जमा हो गए। लोगों ने युवकों को पीटने की कोशिश की। लेकिन इस बीच मौका पाकर तीनों फरार हो गए। रात में ही लोगों ने पुलिस को सूचना दी। कार के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस ने ऑनर का पता लगा लिया। पुलिस का कहना है कि गुलरिहा के दयानंद गुप्ता के नाम से कार का रजिस्ट्रेशन है। रसूलपुर तकिया कवलदह मोहल्ले का युवक कार चलाता है। रात में करीब पौने तीन बजे वह अपने दो अन्य साथियों संग धर्मशाला बाजार से गोरखनाथ की ओर जा रहा था। बेकाबू होने से कार रेलिंग तोड़ती हुई सरकारी आवास की छत पर गिर गई। आरपीएफ जवान ने बताया कि ड्राइवर और उसके साथी नशे में धुत थे। वर्जन कार मालिक का पता लगा लिया गया है। उसमें सवार लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी